मनोविज्ञान में बनाएं मनपसंद कैरियर

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मनोविज्ञान के क्षेत्र में सहसा आम युवा अपना कैरियर बनाना नहीं चाहता पर अगर थोड़ा ध्यान से देखें तब पता चलता है कि आज के इस युग में इसकी कितनी जरूरत है। आज समाज में सभी स्तरों पर मनोविज्ञान में प्रशिक्षण प्राप्त लोगों की नितांत जरूरत है।

मनोविज्ञान यानी साइकोलॉजी ग्रीक भाषा के दो शब्दों साइको अर्थात आत्मा तथा लोगोस अर्थात विज्ञान से मिलकर बना है, जिसे आधुनिक परिवेश में मनोविज्ञान के नाम से भी जाना जाता है। आत्मा एवं मन का विज्ञान, मनोविज्ञान एक बेहद रोचक, व्यावहारिक और गूढ विषय है, जिसके द्वारा आप हर उम्र के व्यक्ति के मन की बात सहजता से जान सकते हैं।

आज की तनाव भरी, तेज रफ्तार एवं प्रतिस्पर्धायुक्त जिंदगी में इंसान और डिप्रेशन एवं आत्महत्या जैसे कदम उठाने में भी नहीं हिचकिचाता, ऐसे में मनोविज्ञान उसके लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

काफी बड़ा है क्षेत्र
मनोविज्ञान का क्षेत्र काफी बड़ा है और इसमें न केवल प्रत्येक आयुवर्ग के लिए बल्कि प्रत्येक क्षेत्र से जुड़ी विशेषज्ञता हासिल कर इसमें कैरियर बनाया जा सकता है। मनोविज्ञान में बच्चों से लेकर सामाजिक ,शिक्षा और यहां तक ही इंडस्ट्रियल साइकोलॉजी भी अपने आप में अलग विषय है। विश्व की बात करें तब अमेरिका से लेकर कई अन्य देशों में सैन्य मनोविज्ञान अपने आप में अलग है और इस बारे में काफी अभ्यास किया जाता है।

जरूरत है समाज को
आज समाज को मनोवैज्ञानिकों की खासी जरूरत है। बढ़ती आत्महत्या, डिप्रेशन का कारण यही है कि हमारे पास काउंसलिंग की अच्छी व्यवस्था नहीं है। विदेशों में प्रत्येक क्षेत्र में काउंसलर हैं जो संबंधित व्यक्ति को यथोचित सलाह व मार्गदर्शन देते हैं। इससे काफी असर पड़ता है।

देश में सभी स्तरों पर काउंसलिंग की जरूरत है। देश में युवाओं की संख्या काफी ज्यादा है और भविष्य भी उन पर ही निर्भर है तब युवाओं को सही दिशा में ले जाने के लिए और उनके स्वस्थ्य जीवन के लिए समाज में मनोवैज्ञानिकों की खासी जरूरत है। मनोविज्ञान के कई अन्य विषय हैं जो इसकी शाखाएं हैं।

यहां से करें कोर्स
- एआईपीएस (एमिटी इंस्टिट्यूट ऑफ साइकोलॉजी एंड एलीड सांइसेस), नोएडा
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइकोलॉजी एंड रिसर्च, बैंगलुरू
- क्राइस्ट कॉलेज, बैंगलुरू
- सेंट जेवियर कॉलेज, तिरुवनंतपुरम

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