1922 में स्थापित दिल्ली विश्वविद्यालय के साथ इतिहास कई यादें जुड़ी हुई हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय 1857 की ख़ूनी क्रांति के समय का चश्मदीद गवाह है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले क्रांतिकारी भगतसिंह यहीं कैद थे।
गांधी-इर्विन समझौते पर भी यहीं हस्ताक्षर हुए थे। विश्वविद्यालय के गार्डन में ही वॉइसराय लॉर्ड माउंटबेटन ने एडविना से शादी का प्रस्ताव रखा था।
दिल्ली विश्वविद्यालय की अकादमिक गतिविधियां 18 संकायों, 85 विभागों, 73 कॉलेजों तथा 63 दूसरे केंद्रों या इकाइयों के माध्यम से संचालित की जाती हैं। इसके अलावा विश्वविद्यालय के 5 अन्य मान्यता प्राप्त संस्थान भी हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय के अधीन 77 कॉलेज संचालित हैं। विश्वविद्यालय में 803 फैकल्टी सदस्य हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय अपने यहां के पोस्ट ग्रेजुएट के छात्रों को अध्यापन में आर्थिक सहयोग भी करता है।
यहां की लाइब्रेरी सबसे बड़ी जर्नल लाइब्रेरियों में से एक है, जहां करीब 30 हजार से ज्यादा पत्रिकाएं आती हैं। वर्ष 2013 में दिल्ली विश्वविद्यालय चार साल के विशेष बैचलर कोर्सेस शुरू करेगा जिन्हें 2 -3 साल के बाद छोड़ने का भी विकल्प होगा, किसी भी भारतीय विश्वविद्यालय में ऐसा पहली बार होगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय के कुछ प्रमुख संस्थान हैं- - डॉ. बीआर अम्बेडकर जैव चिकित्सा अनुसंधान केंद्र। - सूचना एवं संचार संस्थान। - पर्यावरण अध्ययन स्कूल। - स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स। - क्लस्टर अभिनव सेंटर। - एग्रिकल्चरल इकोनॉमिक्स रिसर्च सेंटर। - अवक्रमित पारिस्थितिकी तंत्र प्रबंधन केंद्र - विज्ञान शिक्षा एवं संचार केंद्र। - इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ लांग लर्निंग। - महिला अध्ययन विकास केंद्र।