मल्टीप्लेक्स में हैं रोजगार के कई विकल्प

ND
ND
एनर्स्ट एंड यंग द्वारा किए गए भारत में मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर एक ताजा शोध के अनुसार देश में अगले 5 वर्षों में मल्टीप्लेक्स स्क्रीन की संख्या 900 से बढ़कर 1,775 होने वाली है। मतलब लगभग 900 स्क्रीन की बढ़ोतरी। मल्टीप्लेक्स आज फिल्मों और मनोरंजन की दुनिया का अहम भाग बन चुके हैं। हर नई रिलीज होती फिल्म अपने से पिछली रिलीज हुई फिल्म का रिकॉर्ड तोड़ती हुई करोड़ों रुपए का बिजनेस करती नजर आती है।

यह सब मल्टीप्लेक्स के ट्रेंड से ही संभव हो पाया है। हर फैमली सप्ताह के अंतिम दिनों में बाहर मौज-मस्ती करना चाहती हैं और सभी के पास मल्टीप्लेक्स का विकल्प सबसे पहले तैयार होता है। आखिर एक ही जगह जब चार-पांच अलग-अलग फिल्में दिखाई जा रही हों, तो लोगों के पास अपनी पसंदीदा फिल्में देखने के भरपूर विकल्प मिल जाते हैं। तो कैसा हो यदि आपको ऐसी रोमांचक जगह पर कैरियर मिल जाए?

वर्तमान परिप्रेक्ष्य
आजकल आमतौर पर एक सिनेमा हॉल में लगभग 100 लोग काम करते हैं जिसमें से 30 डायरेक्ट जॉब पर होते हैं, 20 लोग एजेंसियों के माध्यम से जुड़े होते हैं और इन लागों में हाउस बॉयज से लेकर क्रू मेंबर तथा सिनेमा मैनेजर प्रॉफिट सेंटर हेड तक शामिल होते हैं।

आवश्यक योग्यता एवं वेतन
- सिनेमा मैनेजर की पोजिशन के लिए हॉस्पिटेलिटी या रिटेल में ग्रेजुएट होने के साथ-साथ करीब छह या अधिक वर्षों का अनुभव होना आवश्यक है।

- टीम लीड तथा शिफ्ट मैनेजर की पोजिशन के लिए हॉस्पिटेलिटी या रिटेल में ग्रेजुएट होने के साथ-साथ 3 या अधिक वर्षों का अनुभव होना चाहिए।

- क्रू मेंबर व अन्य स्थानों के लिए ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट छात्र या फैशर्स की मांग अधिक रहती है। इसके अतिरिक्त, आपको अंग्रेजी का ज्ञान होना आवश्यक है।

- यदि सेलरी की बात की जाए तो शैक्षिक योग्यता और अनुभव के आधार पर जहां सिनेमा मैनेजर की सेलरी रेंज 25,000 से 35,000 रुपए प्रतिमाह होती है, वहीं टीम लीडर और शिफ्ट मैनेजर की सैलरी रेंज 17,500 से 25,000 रुपए प्रति माह होती है।

- क्रू में आमतौर पर फ्रैशर्स और छात्र चुने जाते हैं और उनकी सेलरी 5,000 से 9,000 रुपए प्रतिमाह हो सकती है।

क्योंकि ये इंडस्ट्री काफी से वृद्धि कर रही है, इसलिए इसमें एक ही कंपनी में और एक ही लोकेशन में विकास के काफी अवसर हैं। मल्टीप्लेक्स की बढ़ती तादाद के साथ-साथ रिटेल इंडस्ट्री को भी काफी फायदा पहुंच रहा है। इसके अलावा युवाओं के लिए सबसे रोमांचक बात मल्टीप्लेक्स में कैरियर होने पर आप आसानी से हर फिल्म के फर्स्ट डे फर्स्ट शो का लुत्फ उठा सकते हैं।

मल्टीप्लेक्स की दुनिया 3 तरह की नौकरियों के विकल्प देती है।
- डायरेक्ट जॉब
- एजेंसी के माध्यम से इनडायरेक्ट जॉब
- एलाइड या वेंडर जॉब जैसे फूड एंड बार, पेपर पैकिंग, इंटीरियर आदि।

अगले 5 सालों में 900 नए मल्टीप्लेस के कारण लगभग 10,000 सीधी नौकरियों के विकल्प भी सामने आने वाले हैं। इन नौकरियों में क्यू और सुपरवाइजरी स्टाफ आदि के विकल्प हैं। एजेंसियों के माध्यम से खुलने वाली लगभग 10,000 ही इनडायरेक्ट जॉब होगीं, जिसमें हाउसकीपिंग, सिक्युरिटी, मैनटेंनस आदि शामिल हैं।

इसके अलावा, हर साल करीब 5000 एलाइड व वेंडर जॉब की आवश्यकता होगी, जिसमें फूड एंड बार वेंडर, कंस्ट्रक्शन, इंटीरियर वर्क्स आदि शामिल हैं। इस आंकड़ों में प्रति वर्ष 25 प्रतिशत की वृद्धि होने की भी प्रबल संभावना है।

यही नहीं, इन 25,000 नई नौकरियों के अलावा मल्टीप्लेक्स इंडस्ट्री में हर साल 1,200 अन्य प्रतिष्ठित संसाधनों की भी आवश्यकता होगी और खास बात ये है कि 20 से 30 वर्ष की आयु वाले नौजवानों के लिए इतनी भारी तदाद में नौकरियों की ये मांग आमतौर पर छोटे शहरों में होगी जहां मल्टीप्लेक्स ट्रेंड फैलना शुरू हुआ है।

इंस्टिट्यूट : मल्टीप्लेक्स से जुड़े क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए मुख्य रूप से मैनेजमेंट, इंटीरियर, हॉस्पिटेलिटी, रिटेल आदि से संबंधित संस्थानों से कोर्स किए जा सकते हैं।

वेबदुनिया पर पढ़ें