सूर्य के एक राशि से दूसरी राशि में संक्रमण करने को संक्रांति कहते हैं। वर्ष में 12 संक्रांतियां होती हैं। प्रत्येक संक्रांति का अपना अलग ही महत्व होता है। वारयुक्त और नक्षत्रयुक्त संक्रांति का अलग अलग फल भी होता है। सूर्य के कुंभ राशि में प्रवेश को कुंभ संक्रांति कहते हैं। सूर्यदेव मकर से निकलकर 13 फरवरी 2020 को दोपहर 3 बजकर 18 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इसका कुंभ सहित अन्य राशियों का क्या होगा असर और क्या है इसके सटीक उपाय जानिए।
मेष राशि :-
1.असर : सूर्य का परिवर्तन मेष राशि से ग्यारहवें स्थान में हो रहा है जो कि लाभ का स्थान है। लाभ स्थान में शुक्र पहले से ही गोचर कर रहे हैं। सूर्य एवं शुक्र की युति मेष राशि के जातकों के लिए आत्मविश्वास में वृद्धि के साथ ही सकारात्मक परिणाम देने वाली रहेगी।
2.उपाय : हनुमान चालीसा का पाठ करें और गणेशजी को लड्डू चढ़ाएं। आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ भी कर सकते हैं। सफेद रंग का सुरमा आंखों में लगाएं।
वृष राशि :-
1.असर : वृषभ राशि का स्वाभी शुक्र है। सूर्य का परिवर्तन कुंभ में हो रहा है जहां पर शुक्र पहले से ही विराजमान हैं। ऐसे में वृषभ राशि के जातक अपने लक्ष्यों को हासिल करने में सफल होंगे। व्यवस्तताएं बढ़ेंगे, सेहत में सुधार होगा, नौकरी में उन्नति होगी। व्यापारी हैं तो थोड़ी बहुत परेशानी होगी। रुके हुए काम बनेंगे। रोमांटिक जीवन की बात करें तो आप अपने साथी के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना पसंद करेंगे।
2.उपाय : गाय को हरा चारा खिलाएं और विष्णु लक्ष्मी का पूजन करें। गले में सोने का सूर्य धारण कर सकते हैं। प्रतिदिन शाम को घी का दीपक जलाएं।
मिथुन राशि :-
1.असर : सूर्य का यह परिवर्तन मिथुन राशि के जातकों के लिए भाग्य स्थान में हो रहा है। अत: मिथुन राशि के जातकों के लिए यह भाग्योदय का समय होगा, क्योंकि शुक्र पहले से ही नवम होकर गोचर चल रहे हैं। स्वास्थ्य बेहतर बने रहने की उम्मीद कर सकते हैं। भाई बहनों से संबंध बनाकर रखें।
2.उपाय : सूर्य के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए प्रतिदिन सूर्य भगवान को तांबे के पात्र से जल अर्पित करें। कन्याओं को भोजन कराएं।
कर्क राशि :-
1. असर : कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर आठवें भाव में हो रहा है। आठवां भाव कष्ट देने वाला कहा गया है। मान सम्मान और धन की हानि हो सकती है। झगड़े और विवाद से बच कर रहें। आत्मबल को मजबूत बनाएं।
2. उपाय : रविवार के दिन गौमाता को गुड़ और गेहूं खिलाएं और सोमवार को शिवजी को जल चढ़ाएं। हनुमान चालीसा का प्रतिदिन पाठ करें। प्रतिदिन बड़ के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
सिंह राशि :-
1.असर : सूर्य आपकी राशि के स्वामी हैं जो कि परिवर्तन के पश्चात आपकी राशि से सप्तम भाव में शुक्र के साथ गोचररत हो रहे हैं। इससे आपका आपके जीवनसाधी से संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। व्यापारी हैं तो नुकसान उठाना पड़ सकता है। खासकर साझेदारी के व्यापार में।
2.उपाय : रविवार के दिन अनामिका अंगुली में तांबे की अंगूठी में माणिक्य रत्न पहनें या प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें। यात्रा के समय अपने मुंह में कोई मीठी वस्तु रखें।
कन्या राशि :-
1. असर : आपकी राशि से सूर्य छठे भाव में शुक्र के साथ गोचर कर रहे हैं जो कि आपके लिये शत्रु व रोग का घर है। जिसकी वजह से आपको अपने सभी शुत्रुओं से छुटकारा मिलेगा। सेहत ठीक हो जाएगी और कानूनी मामले में राहत मिलेगी।
2. उपाय : मां चंडी की पूजा करना या उनका स्त्रोत पढ़ना चाहिए। कन्याओं को भोजन कराना चाहिए। बुधवार को कोई नमकीन चीज न खाएं।
तुला राशि :-
1.असर : तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर पांचवें भाव में हो रहा है। आप अपने क्रोध को कंट्रोल करें। प्रेम संबंधों में खटास आ सकती है। संतान पक्ष से परेशानी खड़ी होगी।
2.उपाय : प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें। पिता को खुश रखें और उन्हें कोई भेंट दें। सुगन्धित इत्र या सेंट का उपयोग करें। पवित्र बने रहें।
वृश्चिक राशि :-
1.असर : आपकी राशि से सूर्य चौथे स्थान से गोचर कर रहे हैं। यह स्थान सुख भाव का है। इस भाव में शुक्र के साथ सूर्य का आना लाभकारी है। माता झगड़ा होने की संभावना है। पिता की सेहत का ध्यान रखें। पदोन्नति व वेतन वृद्धि की उम्मीद रख सकते हैं। व्यापार में लाभ होगा।
2.उपाय : रविवार को लाल धागे में पिरोकर एक सोने का बना सूरज गले में पहनें या हनुमान चालीसा का पाठ करते रहें। मेहमानों को मिठाई जरूर खिलाएं।
धनु राशि :-
1.असर : आपकी राशि से सूर्य का परिवर्तन तीसरे स्थान में हो रहा है। यह पराक्रम भाव है इसलिए आपके पराक्रम में वृद्धि होगी। छोटे भाई बहनों को लाभ मिलेगा। भाग्य भी साथ देगा। कामकाज संबंधी छोटी मोटी यात्राएं हो सकती है। सेहत ठीक रहेगी।
उपाय : रविवार के दिन अनामिका अंगुली में तांबे की अंगूठी में माणिक्य रत्न पहनें। प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें या गीता का पाठ या कृष्ण नाम जपें।
मकर राशि :-
1.असर : सूर्य का गोचर आपकी राशि के दूसरे अर्थात धन भाव में हो रहा है। जिसकी वजह से धन लाभ होगा। लंबे समय से यदि किसी शारीरिक पीड़ा से गुजर रहे हैं तो इसमें भी आराम मिलने के आसार हैं। ससुराल वालों से संबंध बनाकर रखें।
2.उपाय : भगवान श्रीगणेश जी की उपासना करें। शनिवार को छायादान करें। माता लक्ष्मी के मंदिर में कमल का फूल चढ़ाएं। अंधे-अपंगों, सेवकों और सफाईकर्मियों से अच्छा व्यवहार रखें उन्हें दान दें।
कुंभ राशि :-
1.असर : कुंभ राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर लग्न भाव में हो रहा है। सूर्य राशि बदल कर आपकी ही राशि में आ रहे हैं। जिसकी वजह से आपके अंदर क्रोध और घमंड बढ़ सकता है। अच्छे से विचार विमर्श करने के पश्चात किए गए कार्य से लाभ मिल सकता है। व्यापार में नुकसान और जीवनसाथी से झगड़े से बचना चाहिए।
2.उपाय : रविवार के दिन गेंहूं और गुड़ का दान करना चाहिए। शनिवार के दिन छाया दान करना चाहिए। भगवान भैरव की उपासना करें।
मीन राशि :-
1.असर : सूर्य का गोचर मीन राशि के जातकों के लिए बारहवें भाव में हो रहा है जिसके कारण आत्मविश्वास में कमी और खर्चे बढ़ेंगे। आंखों का ध्यान रखें।
2.उपाय : माथे पर प्रतिदिन केसर का तिलक लगाएं और प्रतिदिन सूर्य भगवान को तांबे के पात्र से जल अर्पित करें। घर में गुड़ घी या गुग्गल की धूप-दीप दें।