लखीमपुर खीरी कांड को लेकर विपक्ष का भाजपा पर हमला, बोले- कार से किसानों को रौंदना अमानवीय और क्रूर कृत्य...

अवनीश कुमार

रविवार, 3 अक्टूबर 2021 (19:16 IST)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे किसानों को एक तेज रफ्तार कार ने रौंद दिया।खबर लिखे जाने तक 3 किसानों की मौत की खबर आ रही है तो वहीं आधा दर्जन से अधिक किसानों के घायल होने की जानकारी मिल रही है।जबकि मी‍डिया खबरों के अनुसार 5 किसानों की मौत की खबर है। वहीं किसानों को रौंदने के मामले में प्रदेश की राजनीति गरमा गई है और विपक्ष जमकर योगी सरकार पर निशाना साधा रहा है।विपक्षी दलों ने इस घटना को अमानवीय और क्रूर कृत्य करार दिया है।

क्या बोले अखिलेश यादव : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि कृषि कानूनों का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे किसानों को भाजपा सरकार के गृह राज्यमंत्री के पुत्र द्वारा गाड़ी से रौंदना घोर अमानवीय और क्रूर कृत्य है।

उत्‍तर प्रदेश दंभी भाजपाइयों का ज़ुल्म अब और नहीं सहेगा।यही हाल रहा तो उत्‍तर प्रदेश में भाजपाई न गाड़ी से चल पाएंगे, न उतर पाएंगे। उन्होंने कहा कि कुछ चुनाव ऐसे होते हैं, जिनमें सिर्फ़ ज़मानत ही ज़ब्त नहीं होती, बड़बोलेपन की ज़ुबान भी ज़ब्त हो जाती है।उत्‍तर प्रदेश का चुनाव भाजपा की ‘सत्ता ज़ब्त’ करेगा।

क्या बोले अजय कुमार लल्लू : वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि लखीमपुर खीरी में गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे और भाजपा कार्यकर्ताओं ने मासूम किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी, गोलियां तक चलाईं। 2 किसानों की जान गई है, कई घायल हैं।यह घटना दु:खद एवं शर्मनाक है।अराजकता और गुंडई के बल पर विरोध की आवाज को कुचलना भाजपा की हिटलरशाही है।

क्या बोले जयंत चौधरी : वहीं राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने निशाना साधते हुए कहा है कि लखीमपुर खीरी से दिल दहलाने वाली खबरें आ रहीं हैं! केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा का क़ाफ़िला आंदोलनकारी किसानों पर चढ़ा दिया गया! विरोध को कुचलने का काला कृत्य जो किया है, साज़िश जब गृहमंत्री रच रहे हैं, फिर कौन सुरक्षित है?। सोशल मीडिया पर आम लोग भी बीजेपी सरकार पर निशाना साध रहे हैं और कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं।

बीएसपी ने उठाई सुप्रीम कोर्ट से दखल की मांग : बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि यूपी के जिला लखीमपुर खीरी में 3 कृषि कानूनों की वापसी की माँग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों पर केन्द्रीय मंत्री के पुत्र द्वारा कथित तौर पर कई किसानों की गाड़ी से रौंद कर की गई हत्या अति-दुःखद। 
 
यह भाजपा सरकार की तानाशाही व क्रूरता को दर्शाता है जो कि इनका असली चेहरा भी है। इस घटना के संबंध में भी पीड़ितों को सरकार से उचित न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है, इसलिए माननीय सुप्रीम कोर्ट इस दुःखद घटना का स्वंय ही संज्ञान ले, बीएसपी की यह मांग। साथ ही बीएसपी के स्थानीय प्रतिनिधिमंडल को भी घटनास्थल पर जाने का निर्देश दिया है।

आप ने की मुआवजे की मांग : आम आदमी पार्टी संजय सिंह ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि जो घटना घटित हुई है वह बेहद दुखद है।"मैं अपील करता हूं,नरेन्द्र मोदी जी अब तो इन काले कानूनों को वापस ले लीजिए और इन हत्‍यारों को गिरफ्तार करके सख्‍त से सख्‍त सजा दी जाए। मामले की सीबीआई जांच कराई जाए और जो किसान मारे गए हैं उनके परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए।

किसान मर सकता है पर डरने वाला नहीं : भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने कहां है कि अपने हक के लिए हम मुगलों और फिरंगियों के आगे भी नहीं झुके। सरकार किसान के धैर्य की और परीक्षा न ले। किसान मर सकता है पर डरने वाला नहीं है। सरकार होश में आए और किसानों के हत्यारों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी सुनिश्चित करे। किसानों से अपील है कि शांति बनाएं रखें, जीत किसानों की ही होगी। सरकार होश में न आई तो भाजपा के एक भी नेता को घर से नहीं निकलने दिया जाएगा।

आपको बता दें कि लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री गांव के दौरे पर आने वाले थे। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के गांव बनवीर पहुंचने की ख़बर से पहले ही रविवार को हजारों किसानों ने महाराजा अग्रसेन खेल मैदान में बने हेलीपैड स्थल पर कब्जा जमा लिया। किसान मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन करने जा रहे थे।

केंद्रीय मंत्री के दौरे को लेकर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी यहां आ रहे थे। उन्हें रिसीव करने के लिए भाजपा नेता के बेटे आशीष मिश्रा जा रहे थे, इसी दौरान उन्हें किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा। केंद्रीय मंत्री के बेटे के काफिले को रोकने के दौरान ही बवाल शुरू हो गया।

बताया जा रहा है कि आशीष मिश्र को किसानों की भीड़ के बीच से निकालने के लिए उनके ड्राइवर ने गाड़ी की रफ्तार बढ़ा दी, जिसकी चपेट में किसान आ गए। इस घटना में 3 लोगों के कुचलने से मौत की खबरें आ रही हैं। किसानों ने मंत्री के बेटे पर किसानों को कुचलने का आरोप लगाते हुए दोनों गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है।

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