राहु के खराब होने के 25 कारण-लक्षण, जीवन में अचानक देता है धोखा

लाल किताब के अनुसार कुंडली में राहु की स्थिति अच्छी अर्थात नेक या खराब अर्थाद बद है तो उसका अलग असर होता है परंतु कई बार बाहरी कारणों से भी राहु खराब होकर अशुभ फल देने लगता है, फिर भले ही कुंडली में राहु की स्थिति अच्छी हो। आओ जानते हैं के बद होने के 25 कारण और लक्षण, जिसमें से आप कारण ढूंढकर उनका समाधन करके राहु द्वार जीवन में खड़ी होने वाली अचानक परेशान से बच सकते हैं।
 
 
1. घर की दहलीज का दब जाना, खराब हो जाना।
2. सीढ़ियों का वास्तु अनुसार नहीं बनना या खराब रहना।
3. शौचालय का गंदा या टूटा फूटा रहना।
4. घर का नैऋत्य कोण दूषित होना।
5. पेट के बदल ही सोते रहना।
6. अतीत का रोना रोते रहना और भविष्य की कल्पना कर खयालीपुलाव पकाना। 
7. काला जादू, तंत्र, टोना आदि के चक्कर में पड़ना।
8. अनावश्यक कल्पना, आशंका, कुशंका, डर और बेचैनी का बना रहना।
9. रात को नींद न आना। रात को सपने ही सपने ही आना।
10. दिमाग में विचार या निर्णयों का बार-बार बदलते रहना। 
12. पानी, आग और ऊंचाई से ज्यादा डरना।
13. किसी पर भी विश्वास नहीं करना आदि।
14. दूसरों के खिलाफ षड़यंत्र की बातें सोचना।
15. भयभीत करने वाले स्वप्न आना या चमककर उठ जाना।
16. अचानक शरीर अकड़ने लगे।
17. बेकार के दुश्मन पैदा होना।
18. बेईमान या धोखेबाज बन जाना।
19. मद्यपान करना।
20. अतिसंभोग करना।
21. सिर में चोट लग जाना।
22. घटना दुर्घटना का बढ़ जाना।
23. गृहकलह करते रहना।
24. दिमाग में भ्रम बना रहना। हमेशा भ्रमित ही रहना।
25. राहु वाले स्थान पर रहना। जैसे जहां मटन-मांस बिकता है, शराब बिकती हो आदि।

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