लाल किताब के अनुसार किस्मत का ताला खोलने के क्या है अचूक उपाय

अनिरुद्ध जोशी

शुक्रवार, 18 अप्रैल 2025 (17:06 IST)
Lal Kitab remedies to awaken luck: यदि आपको लगता है कि आपका भाग्य आपको साथ नहीं दे रहा है या कर्म करने के बाद भी कर्म का फल नहीं मिल रहा है तो लाल किताब के अचूक उपाय आजमा करके अपनी किस्मत का ताला खोल सकते हैं। इसके बाद आप हर कार्य से सफलता अर्जित करेंगे और आपका सोया हुआ भाग्य जागृत रहेगा।ALSO READ: लाल किताब के अनुसार यदि घर में रख ली 10 चीजें तो जो चाहोगे वो मिलेगा
 
1. ताले का उपाय: सबसे पहले आप ताले की दुकान पर किसी भी शुक्रवार को जाएं और एक स्टील या लोहे का ताला खरीद लें। लेकिन ध्यान रखें ताला बंद होना चाहिए खुला ताला नहीं। ताला खरीदते समय उसे न दुकानदार को खोलने दें और न आप खुद खोलें। ताला सही है या नहीं यह जांचने के लिए भी न खोलें। बस बंद ताले को खरीदकर ले आएं। उस ताले को एक डिब्बे में रखें और शुक्रवार की रात को ही अपने सोने वाले कमरे में बिस्तर के पास रख लें। शनिवार सुबह उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर ताले को बिना खोले किसी मंदिर या देवस्थान पर रख दें। ताले को रखकर बिना कुछ बोले, बिना पलटें वापिस अपने घर आ जाए। विश्वास और श्रद्धा रखें जैसे ही कोई उस ताले को खोलेगा आपकी किस्मत का ताला भी खुल जाएगा।ALSO READ: लाल किताब के अनुसार शनि ग्रह के बुरे प्रभाव से बचने का सबसे सटीक आजमाया हुआ नुस्खा
 
2. नवम भाव: लाल किताब के अनुसार जिस घर में कोई ग्रह न हो तथा जिस घर पर किसी ग्रह की दृष्टि नहीं पड़ती है तो उसे सोया हुआ घर माना जाता है। जो घर सोया हुआ होता है उस घर से संबंधित फल तब तक प्राप्त नहीं होता है, जब तक कि वह घर जागता नहीं है। यदि आपका नवम घर या भाव सोया है तो समझो कि भाग्य सोया हुआ है। यदि इस भाव में कोई पापी ग्रह बैठा है तो भाग्य बंद ही समझो, यदि गुरु नीच का हो रहा है तो भी भाग्य में रोड़े आएंगे। इसलिए गुरु के उपाय करें। इसके लिए प्रति गुरुवार के दिन पीला वस्त्र धारण करें, सोना पहनें और प्रतिदिन केसर का तिलक लगाएं। मांस-मदिरा से दूर रहेंगे, सत्य बोलेंगे और पिता, दादा, ईश्‍वर और कुल देवता में श्रद्धा रखेंगे तो भाग्य जाग जाएगा। 
 
3. पक्षियों को दाना पानी दें: प्रतिदिन पक्षियों को दान और पानी दें। कम से कम 43 दिनों तक लगातार उन्हें भोजन कराएं। पक्षियों में मुर्गा मुर्गी, चिढ़िया बुलबुल और कौवे को प्रमुख रूप से दाना पानी दें।
 
4. तुलसी का पौधा: घर की छत, बालकनी या आंगन में तुलसी का पौधा लगाएं और उसकी देखभाल करें। शाम के समय तुलसी के पास दीपक जलाएं और उसकी पूजा करें। अगरबत्ती नहीं लगाएं। 
 
5. नदी में बहांए: किसी भी नदी या बहते पानी में अखरोट या नारियल प्रवाहित करें। 
 
6. गाय को रोटी: गाय को ताजी रोटी या हरी घास कम से कम 43 दिनों तो खिलाएं। 
 
7. चीटियों को और मछलियों को खिलाएं: काली चीटियों को चीनी मिश्रित आटा खिलाएं और मछलियों को आटे की गोली बनाकर डालें।
 
8. नारियल में तिल और चीनी भरकर गाड़ें: किसी भी सुनसान जगह के मैदान में नारियल के ऊपर एक छेद करके उसमें तिल और चीनी भरकर जमीन में गाड़ दें। 
 
9. दही और चीनी खाकर जाएं: जब भी किसी खास काम के लिए घर से बाहर निकलें, तो दही और चीनी खाकर जाएं। 
 
10. हनुमान जी का पाठ करें: प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें और प्रति शनिवार को सुन्दरकाण्ड का पाठ करें।
 

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