जीडीपी वृद्धि दर 5.2 से 5.7% का अनुमान

मंगलवार, 29 जुलाई 2014 (21:30 IST)
नई दिल्ली। विनिर्माण क्षेत्र में सुधार के शुरुआती संकेत के साथ आर्थिक शोध संस्थान एनसीएईआर को उम्मीद है कि देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 5.2 से 5.7 प्रतिशत तक रहेगी।

नेशनल काउंसिल ऑफ एप्‍लायड इकोनामिक रिसर्च (एनसीएईआर) ने एक बयान में कहा, वित्त वर्ष 2014-15 में आर्थिक वृद्धि दर 5.2 से 5.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है। 5.7 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि दर निवेश खर्च में बढ़ोतरी पर निर्भर है। देश की आर्थिक वृद्धि दर 2012-13 तथा 2013-14 में पांच प्रतिशत से कम रही। इसका कारण वैश्विक नरमी तथा उच्च ब्याज दर एवं ऊंची मुद्रास्फीति जैसे घरेलू कारक हैं।

आर्थिक समीक्षा में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 5.4 से 5.9 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में अप्रैल और मई में क्रमश: 3.4 प्रतिशत तथा 4.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

सूचकांक में 75 प्रतिशत भारांश रखने वाला विनिर्माण क्षेत्र में सुधार के शुरुआती संकेत हैं। इसकी वृद्धि दर अप्रैल और मई में क्रमश: 2.5 प्रतिशत तथा 4.8 प्रतिशत रही। इससे पूर्व महीनों में इसमें नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई थी।

एनसीएईआर के अनुसार कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर सालाना आधार पर 2014-15 में कम रहने का अनुमान है। इसका कारण मानसून का कमजोर होना है।

संस्थान के अनुसार राजकोषीय घाटा चालू वित्त वर्ष में जीडीपी का 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। एनसीएईआर ने थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति चालू वित्त वर्ष में 6.4 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें