नई दिल्ली। दुनियाभर से मिल रहे आर्थिक मंदी के संकेतों और डॉलर के मुकाबले रुपए के गिरते स्तर को देखते हुए पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खास सलाह दी। चिदंबरम ने कहा कि रुपए के मूल्य में लगातार गिरावट के खिलाफ सरकार बेबस नजर आ रही है। रुपए में गिरावट का असर मुद्रास्फीति, चालू खाते के घाटे और ब्याज दरों पर पड़ता है।
चिंदबरम ने ट्वीट कर ने कहा कि अगर रुपए में सुधार करना है तो पीएम मोदी को तुरंत सी रंगराजन, डॉ वाय वी रेड्डी, डॉ. राकेश मोहन, डॉ. रघुराम राजन और मोंटेक सिंह अहलूवालिया के साथ बैठक करनी चाहिए। इस बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को साथ ही रिजर्व बैंक के गर्वनर को भी शामिल होना चाहिए।
यूपीए राज में - रंगराजन, वाईवी रेड्डी और रघुराम राजन रिजर्व बैंक गवर्नर थे। राकेश मोहन डिप्टी गवर्नर थे और मोंटेक सिंह अहलुवालिया योजना आयोग के उपाध्यक्ष थे।
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At this moment, the Government needs all the wisdom and experience available in the country
I have suggested a group of eminent professionals who have the interest of the country at heart
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) October 20, 2022
async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"> >भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि चिदंबरम ने जिन नामों का सुझाव दिया वे ऐसे नाम हैं जिनके समय में देश का विकास पिछड़ गया था। आपके पास अवांछित सलाह देने के अलावा कुछ नहीं है। इन लोगों ने भारत की अर्थव्यवस्था को पीछे धकेलने का काम किया है।