डीएलएफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और नारेडको के चेयरमैन राजीव तलवार ने कहा कि रेपो दर में 0.25% की कटौती इससे ज्यादा सटीक समय पर नहीं आ सकती थी। तलवार ने कहा कि ‘भारतीय अर्थव्यवस्था बदलाव के दौर में है। प्रक्रियागत बाधाएं आसान हो रही हैं, परियोजनाओं को तेजी से मंजूरी मिलने लगी है और अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण रीयल एस्टेट जैसे उत्पादक क्षेत्रों के लिए ऋण प्रवाह फिर बढ़ा है जो वृद्धि में गति लाएगा।’ उन्होंने कहा कि आने वाले महीनों में दरों में और कटौती की संभावना से इंकार नहीं किया जाना चाहिए।
क्रेडाई के अध्यक्ष जैक्से शाह ने कहा कि त्योहारी मौसम से ठीक पहले यह एक स्वागत योग्य कदम है और यह बिक्री को बढ़ाने में मददगार होगा। बैंकों को इसका लाभ ग्राहकों को देना चाहिए और सरकार को बैंकों को ऐसा करने के लिए दबाव बनाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि रीयल एस्टेट क्षेत्र में कई सालों से मंदी छाई हुई है और इसके बाद नोटबंदी ने भी बिक्री को प्रभावित किया। (भाषा)