Gold : अक्षय तृतीया से पहले सोने में बड़ी गिरावट, जानिए कितनी है कीमत, ग्राहकों के लिए लुभावने ऑफर्स

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

सोमवार, 28 अप्रैल 2025 (20:07 IST)
कमजोर वैश्विक रुख के बीच सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत 1,000 रुपए घटकर 98,400 रुपए प्रति 10 ग्राम रह गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी। 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना गुरुवार को 99,400 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 1,000 रुपए घटकर 97,900 रुपए प्रति 10 ग्राम रह गया, जबकि पिछला बंद भाव 98,900 रुपए प्रति 10 ग्राम था।
 
अबान्स फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी चिंतन मेहता ने कहा, ‘‘अमेरिका-चीन व्यापार तनाव कम होने से निवेशकों की जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ी है, जिससे सर्राफा जैसी सुरक्षित-संपत्तियों की मांग कम हुई है। जबकि डॉलर के मजबूत होने से सोने पर दबाव बढ़ा है।’’
 
शुक्रवार को चीन ने घोषणा की कि वह अपने 125 प्रतिशत शुल्क से कुछ अमेरिकी आयातों को छूट देगा। हालांकि उसने इस बात से इनकार किया कि कोई औपचारिक व्यापार वार्ता चल रही है।
 
इस बीच, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अधिकारियों ने संकेत दिया कि उन्हें मौद्रिक नीति को समायोजित करने की तत्काल आवश्यकता नहीं दिखती है, इसके बजाय उन्होंने ट्रंप प्रशासन के शुल्क के आर्थिक प्रभाव की निगरानी करने का विकल्प चुना है। इस आक्रामक रुख से पता चलता है कि ब्याज दरों में कटौती निकट भविष्य में नहीं हो सकती है। इससे सोने पर और दबाव पड़ेगा। आमतौर पर ब्याज दरों के ऊंचे रहने पर मांग प्रभावित रहती है।
 
मेहता ने कहा, ‘‘बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव सोने की गिरावट को सीमित कर सकते हैं। जैसे-जैसे युद्ध का जोखिम बढ़ता है और नए संघर्ष सामने आते हैं, निवेशक मूल्यवान धातु की ओर आकर्षित होते हैं।’’ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के खिलाफ व्यापारियों के विरोध प्रदर्शन के कारण शुक्रवार को स्थानीय सर्राफा बाजार बंद रहे।
 
इसके अलावा, सोमवार को चांदी की कीमतें भी 1,400 रुपए गिरकर 98,500 रुपए प्रति किलोग्राम रह गईं। पिछले सत्र में चांदी 99,900 रुपए प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। वैश्विक मोर्चे पर, हाजिर सोना करीब एक प्रतिशत टूटकर 3,291.04 डॉलर प्रति औंस पर रहा।
 
एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (शोध विश्लेषक-जिंस और मुद्रा) जतिन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘अमेरिका द्वारा कई देशों के साथ शुल्क वार्ता शुरू करने और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अनुसार संभावित चीन-अमेरिका व्यापार समझौते की बढ़ती उम्मीदों के बीच सोने में गिरावट आई। इसके अलावा, संभावित रूस-यूक्रेन शांति समझौते को लेकर उम्मीद से भी सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग कम हुई है।’’
 
एशियाई बाजार में हाजिर चांदी 0.2 प्रतिशत की गिरावट के साथ 33.05 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार पर रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी ने कहा कि इस सप्ताह व्यापारियों का अनुमान है कि मुख्य रूप से शुल्क से संबंधित घटनाक्रमों पर ध्यान होगा।
 
गांधी ने कहा कि व्यापक आर्थिक मोर्चे पर, अप्रैल के लिए विनिर्माण पीएमआई, जीडीपी और सबसे महत्वपूर्ण रूप से, अमेरिकी गैर-कृषि पेरोल और बेरोजगारी दर जैसे आंकड़े जारी होने से सर्राफा बाजार पर असर पड़ सकता है।
 
ग्राहकों को लुभाने के लिए आकर्षक छूट
आभूषण विक्रेता सोने की बढ़ती कीमतों के बावजूद अक्षय  तृतीया के मौके पर अच्छी मांग की उम्मीद कर रहे हैं और ग्राहकों को लुभाने के लिए सोने के मूल्य और गहने बनाने के शुल्क पर आकर्षक छूट की पेशकश कर रहे हैं। अक्षय तृतीया को सोना खरीदने के लिए शुभ माना जाता है। यह इस साल 30 अप्रैल को है।
 
तनिष्क, सेन्को गोल्ड, एमपी ज्वैलर्स और पीसी चंद्रा ज्वैलर्स जैसे प्रमुख ब्रांड ने इस अवसर का लाभ उठाने के लिए कई तरह की छूट की घोषणा की है। अंजलि ज्वैलर्स के निदेशक अनर्घा उत्तिया चौधरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि हमें उम्मीद है कि अक्षय तृतीया पर काम अच्छा रहेगा क्योंकि इस समय सोने में उपभोक्ताओं का विश्वास पहले से कहीं अधिक है।
 
उन्होंने कहा, ‘‘ सोने के प्रति लोगों की दीवानगी को भुनाने के लिए हम खरीदारी के अनुभव को ग्राहकों के लिए अधिक रोमांचक बनाने हेतु आभूषण बनाने शुल्क पर छूट की पेशकश कर रहे हैं।’’ कोलकाता में 22 कैरेट सोने की कीमत 9000 रुपए प्रति ग्राम के आसपास है, जो पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत से अधिक है।
 
उन्होंने कहा, ‘‘ यदि वर्तमान परिदृश्य जारी रहता है, तो अल्पावधि में सोने की कीमतें पांच से सात प्रतिशत तक बढ़ सकती हैं। कीमतों में तत्काल सुधार दिखाई नहीं दे रहा है और बाजार में अस्थिरता 2025 में जारी रहने की उम्मीद है।’’ चौधरी ने लोगों से इस समय सोने की खरीद पर विचार करने का आग्रह किया।
 
सेनको गोल्ड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुवनकर सेन ने कहा कि सोने की बढ़ती कीमतों के कारण खरीद मात्रा में गिरावट आई है, लेकिन शुभ मुहूर्त में खरीदारी की धारणा मजबूत रहने की उम्मीद है। हालांकि कंपनी किफायती दाम बनाए रखने के लिए कई विकिल्पों पर विचार कर रही है।
 
उन्होंने कहा, ‘‘ हम शादी के गहनों में मोती और नग लगा सोने के इस्तेमाल को कम करने के लिए इनकी लागत 25-30 प्रतिशत कम करने की कोशिश कर रहे हैं।’’ सोने की खरीदारी को मजबूत निवेश मांग से भी समर्थन मिल रहा है।
 
इक्रा एनालिटिक्स की रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी 2025 में गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) में निवेश सालाना आधार पर 98.54 प्रतिशत बढ़कर 1,979.84 करोड़ रुपए हो गया, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 997.21 करोड़ रुपए था।
 
इसी अवधि के दौरान गोल्ड ईटीएफ के लिए प्रबंधन अधीन शुद्ध संपत्ति (एयूएम) 28,529.88 करोड़ रुपए से लगभग दोगुनी होकर 55,677.24 करोड़ रुपए हो गई।
 
गोल्ड ईटीएफ उन निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प प्रदान करता है जो सोने को भौतिक रूप से खरीदने की जटिलताओं के बिना सोने में निवेश करना चाहते हैं। चांदी में भी निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ रही है। जेरोधा फंड हाउस के अनुसार, जनवरी 2025 तक भारत में सिल्वर ईटीएफ का एयूएम 13,500 करोड़ रुपए को पार कर गया। उद्योग जगत के लोगों का मानना ​​है कि अनुकूल वैश्विक रुझान, उच्च निवेश मांग और त्योहारी भावना के साथ इसमें मजबूत वृद्धि होगी। भाषा Edited by: Sudhir Sharma 

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