इसके तहत एक हजार किलोमीटर के हवाई मार्ग के हर टिकट पर 200 रुपए का शुल्क लगाया जाएगा जबकि एक हजार किलोमीटर से लंबे मार्ग पर 400 रुपए का शुल्क लगेगा। कंपनी ने कहा कि ईंधन अधिभार के रूप में हवाई किराए में मामूली वृद्धि से हवाई-यातायात की मांग पर कोई अहम प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।