विश्व स्वर्ण परिषद की रिपोर्ट में कहा गया है कि सोने की मांग 2016 की पहली तिमाही के दौरान 21 प्रतिशत बढ़कर 1,290 टन हो गई जो 2015 की इसी तिमाही में 1,070 टन थी।
रिपोर्ट में कहा गया कि निवेशकों ने यूरोप तथा जापान में नकारात्मक ब्याज दर के माहौल और चीन की अर्थव्यवस्था के बारे में अनिश्चितता, अमेरिका में धीमे-धीमे ब्याज में बढ़ोतरी उम्मीद और अमेरिका तथा वैश्विक शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव के कारण मुख्य तौर पर जोखिम से बचाव के लिए सोने में निवेश किया।