नई दिल्ली। अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी नीत रिलायंस इंडस्ट्रीज लि (RIL) ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 की जुलाई-सितंबर तिमाही में समेकित तौर 13656 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, पिछले वर्ष इसी अवधि में लाभ 13680 करोड़ रुपए था।
कंपनी के शुक्रवार को जारी तिमाही नतीजों के अनुसार तीसरी तिमाही में उसका समेकित राजस्व 253497 करोड़ रुपए रहा जो पिछले साल इसी अवधि की तुलना में 32.4 प्रतिशत अधिक है। कंपनी का दूसरी तिमाही में ब्याज, कर, मूल्य ह्रास और ऋण घटाने के प्रावधानों से पहले परिचालन लाभ सालाना आधार पर 14.5 प्रतिशत बढ़कर 34663 करोड़ रुपए रहा।
कंपनी ने कहा है कि उसके खुदरा कारोबार में परिचालन लाभ सालाना आधार पर 47.1 प्रतिशत की लंबी छलांग के साथ 4286 करोड़ रुपए रहा। यह खुदरा कारोबार में कंपनी का सबसे ऊंचा लाभ बताया गया है।
जियो का सबसे अच्छा प्रदर्शन : रिलायंस समूह के दूरसंचार एवं डिजिटल कारोबार की कंपनी जियो इंफोकॉम का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की जुलाई- सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 28 प्रतिशत बढ़कर 4,518 करोड़ रुपए हो गया।
दूरसंचार कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में उसका शुद्ध लाभ 3,528 करोड़ रुपए था। समीक्षाधीन तिमाही में परिचालन आय 20.2 प्रतिशत बढ़कर 22,521 करोड़ रुपए हो गई, जो एक साल पहले की इसी अवधि में 18,735 करोड़ रुपए था।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजे ऐसे वक्त में आए हैं, जब कंपनी देश भर में बड़े पैमाने पर 5जी सेवाओं को शुरू करने की तैयारी कर रही है। जियो ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि वह पांच अक्टूबर से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और वाराणसी में चुनिंदा ग्राहकों के साथ अपनी 5जी सेवाओं का परीक्षण शुरू करेगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के Q2 FY 2022-23 तिमाही नतीजों पर एक नजर-
रिलायंस का तिमाही कंसोलिडेटिड EBITDA 14.5% (YoY) बढ़कर ₹34,663 करोड़ ($4.3 बिलियन) पर जा पहुंचा।
रिलायंस रिटेल ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ तिमाही EBITDA दर्ज किया, यह 47.1% (YoY) बढ़कर ₹4,286 करोड़ ($527 मिलियन) रहा।
Jio प्लेटफॉर्म्स ने भी अब तक का सबसे अच्छा तिमाही EBITDA दर्ज किया। यह 29.2% (YoY) उछलकर ₹12,009 करोड़ ($1.5 बिलियन) पर जा पहुंचा।
तेल और गैस व्यवसाय का तिमाही का EBITDA लगभग 200% बढ़ा।
तेल और गैस व्यवसाय में कन्सॉलिडेटेड शुद्ध लाभ ₹15,512 करोड़ ($1.9 billion)रहा जो (YoY) 0.2% ज़्यादा है।
प्रति शेयर आय ₹ 20.2 रही जो 3.3% कम हुई है।
तिमाही में रिलायंस का निर्यात ₹86,382 करोड़ रहा ($10.6 billion), जो 57.5% ज़्यादा है।
जियो प्लेटफ़ॉर्म्स का ऑपरेटिंग राजस्व (net of GST) ₹ 24,275 करोड़ ($ 3.0 billion) रहा, ये (Y-o-Y) 22.7% की वृद्धि है जिसका प्रमुख कारण ARPU में बढ़ोतरी है।
जियो प्लेटफ़ॉर्म्स का EBITDA मार्जिन 49.5% रहा, इसमें 250 bps (Y-o-Y) की वृद्धि हुई है। इस वृद्धि का कारण ARPU में बढ़ोतरी है
जियो प्लेटफ़ॉर्म्स का तिमाही का शुद्ध लाभ ₹ 4,729 crore ($ 581 million) रहा जो 26.9% (Y-o-Y) ज़्यादा है।
रिलायंस जियो का ARPU ₹177.2 प्रति माह रहा। ARPU में वार्षिक आधार पर 23.5% की अच्छी-खासी वृद्धि देखी गई।
इस तिमाही रिलायंस जियो ने 77 लाख नेट सब्सक्राइबर जोड़े, जबकि ग्रोस सब्सक्राइबर में 3 करोड़ 27 लाख की मजबूत वृद्धि देखने को मिली। 30 सितंबर 2022 तक कुल ग्राहक आधार 42 करोड़ 76 लाख रहा।
रिलायंस जियो नेटवर्क पर प्रति यूज़र प्रति माह औसत डेटा खपत 22.2 जीबी और प्रति यूजर वॉयस कॉलिंग 969 मिनट रही। कुल डेटा ट्रैफिक 22.7% बढ़कर 28.2 अरब जीबी दर्ज किया गया। जबकि वॉयस ट्रैफिक साल-दर-साल 12.3% बढ़कर 1.23 ट्रिलियन मिनट पर जा पहुंचा।
Jio प्लेटफॉर्म्स ने भी अब तक का सबसे अच्छा तिमाही EBITDA दर्ज किया। यह 29.2% (YoY) उछलकर ₹12,011 करोड़ ($1.5 बिलियन) पर जा पहुंचा।