डिजिटल गोल्ड के बदले मिलेगी ज्वैलरी

रविवार, 9 जुलाई 2017 (18:26 IST)
नई दिल्ली। पेटीएम डिजिटल गोल्ड योजना के अपने ग्राहकों को ज्वैलरी की डिलेवरी करने की योजना बनायी है और इसके लिए पर राष्ट्रीय स्तर परर आभूषणों का कारोबार करने वाली रिटेल कंपनियों से चर्चा कर रही है। 
 
पेटीएम डिजिटल गोल्ड ने ऑनलाइन सोना खरीदने, उसे संग्रहित करने और तत्काल बेचने की सुविधा दी है। ज्यादातर भारतीय निवेश के लिए सोने को बेहतर विकल्प मानते रहे हैं और पेटीएम की योजना को टियर 2 और टियर-3 के शहरों से अच्छा प्रतिसाद मिला है। 
 
कंपनी ने आज यहां जारी बयान में यह जानकारी देते हुये कहा कि एमएमटीसी-पीएएमपी के साथ साझेदारी कर पेटीएम डिजिटल गोल्ड की पेशकश रहा है। पेटीएम पर डिजिटल गोल्ड खरीदने वालों में गोवा, कर्नाटक, हिमाचल, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, गुजरात और छत्तीसगढ़ सबसे आगे रहे हैं।
 
 उपभोक्ताओं  ने न केवल ऑनलाइन सोना खरीदने का विकल्प चुना बल्कि वे एमएमटीसी-पीएएमपी के सुरक्षित वॉल्ट्स में अपना सोना निशुल्क सुरक्षित भी रख रहे हैं। 
 
पेटीएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कृष्णा हेगड़े ने कहा कि डिजिटल गोल्ड को उपभोक्ताओं का बहुत अच्छा प्रतिसाद मिला है। लोगों ने पारंपरिक तरीके के बजाय सोना खरीदने और निवेश के लिए ऑनलाइन विकल्प को चुना है। इस समय ग्राहकों के पास सोने के सिक्कों के तौर पर डिलीवरी लेने का विकल्प है। इसके अलावा वे तत्काल उसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बेच भी सकते हैं। 
 
उन्होंने कहा कि अब उनकी कंपनी ग्राहकों को डिजिटल सोने को ज्वैलरी में बदलने तथा और अपने घर के पास के पसंदीदा ज्वैलरी स्टोर से ज्वैलरी चुनने का विकल्प देने की तैयारी में है। ज्वैलरी पार्टनरों को भी इसका फायदा होगा। उन्हें पेटीएम पर डिजिटल गोल्ड खरीदने वाले बड़े कस्टमर बेस तक पहुंचने में मदद मिलेगी। 
पेटीएम ग्राहकों को भी अपने घर के पास के ज्वैलरी स्टोर से डिजिटल गोल्ड को ज्वैलरी में बदलने का विकल्प मिल जाएगा। इसके लिए उन्हें सिर्फ मेकिंग शुल्क देना होगा। 
 
एमएमटीसी-पीएएमपी के एमडी राजेश खोसला ने कहा कि गोल्ड एक्यूमेशन प्लान को डिजिटल गोल्ड के तौर पर शुरू करने में पेटीएम के साथ भागीदारी को हम सोने को आसानी से उपलब्ध कराने से भी आगे लेकर जाना चाहते हैं। 
 
इस भागीदारी का आधार संपूर्ण गोल्ड चेन को ग्राहकों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। जब ग्राहक अपने डिजिटल गोल्ड को ज्वैलरी में बदलना चाहेंगे, तब ज्वैलर को यह सुनिश्चित करना होगा कि जो भी सोना वे दे रहे हैं वह शुद्ध हो और इसके लिए जिम्मेदारी तय की जा रही है। डिजिटल गोल्ड के जरिए न केवल ज्वैलर की शुद्धता को सुनिश्चित किया गया है बल्कि उसके स्रोत की शुद्धता को भी महत्व दिया गया है। 
 
एमएमटीसी-पीएमपीटी का सोना सीधे रिफाइनरी से आता है, जिससे उसके स्रोत की पुष्टि करना आसान है। यह सोना सीधे ग्राहक के खाते से ज्वैलर के खाते में जाएगा, जिससे सोने के बदले ज्वैलरी लेना बेहद आसान हो जाएगा। यह उनका पहला कदम है, जिसके जरिए भारतीय ग्राहकों का सोना खरीदने के प्रति नजरिया बदल 
 
पारंपरिक तौर पर भारतीय एक तयशुदा मूल्य पर सोना खरीद सकते थे। उसमें कीमतें मार्केट से लिंक नहीं होती थी। यह दिखती भी नहीं थी। शुद्धता, सुरक्षा और संग्रह करने का शुल्क, कुछ ऐसे मुद्दे थे, जिन पर निवेशकों को ध्यान देना होता था। सोने में निवेश के वक्त इन लागतों का भी ध्यान देना होता था। 
 
पेटीएम के डिजिटल गोल्ड के जरिए, ग्राहक 24के 999.9 सोना सीधे एमएमटीसी-पीएएमपी (भारत की इकलौती अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त रिफाइनरी) से खरीद सकते हैं। साथ ही उसे 100 प्रतिशत सुरक्षित वॉल्ट्स में बिना किसी अतिरिक्त खर्च के रख सकते हैं। ग्राहक न्यूनतम एक रुपए में भी सोना खरीद सकते हैं। इस वजह से यह एक बेहतर निवेश विकल्प बनकर उभरा है। (वार्ता)

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