'जियो' के ग्राहक मार्च 2018 में हो जाएंगे 10 करोड़

बुधवार, 14 सितम्बर 2016 (20:16 IST)
मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज की इसी महीने लांच हुई दूरसंचार सेवा इकाई रिलायंस 'जियो' के ग्राहकों की संख्या महज डेढ़ साल में 10 करोड़ पर पहुंच जाने की उम्मीद है।

साख निर्धारक एजेंसी मूडीज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल जून में देश में 4जी सेवाओं के ग्राहकों की संख्या पांच करोड़ से 7.5 करोड़ के बीच थी और हर महीने इसमें 30 से 40 लाख की बढ़ोतरी हो रही है। 
 
मूडीज ने कहा कि इस हिसाब से मार्च 2018 तक देश में 4जी ग्राहकों की संख्या 11 करोड़ से 15 करोड़ के बीच होगी। उसने अनुमान लगाया है कि मार्च 2018 में रिलायंस 'जियो' के ग्राहकों की संख्या 10 करोड़ पर पहुंच जाएगी। 
 
उल्लेखनीय है कि 'जियो' सिर्फ 4जी सेवा दे रही है। मूडीज ने कहा कि हालांकि आकर्षक प्लान पेश करने के कारण 'जियो' के ग्राहकों की संख्या जरूर तेजी से बढ़ेगी, लेकिन अभी यह निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता कि इससे ग्राहकों की डाटा उपभोग की प्रवृत्ति कितनी बदलेगी, विशेषकर जब अगले साल से उन्हें इसके लिए भुगतान करना होगा। 
 
कंपनी ने 5 सितंबर को 'जियो' की व्यावसायिक लांचिंग की थी। 31 दिसंबर तक उसने ग्राहकों को मुफ्त डाटा एवं वॉयस सेवा देने का ऐलान किया है। अगले साल से डाटा और विदेशों में वॉयस कॉलिंग के लिए उन्हें शुल्क देना होगा। 
 
मूडीज ने फिलहाल रिलायंस इंडस्ट्रीज की साख अपरिवर्तित रखी है, लेकिन कहा है कि जिस तरह के प्लान की घोषणा की गई है उसे देखते हुए 'जियो' के लिए पूंजी निर्गम उसके पुराने अनुमान से कहीं ज्यादा होगी। उसने कहा कि चालू वित्त वर्ष में 'जियो' के परिचालन लाभ कमाने की उम्मीद नहीं है। अगले वित्त वर्ष में भी उसका परिचालन मुनाफा उम्मीद से कम रहेगा। हालांकि उसने 2018-19 में 'जियो' के अच्छा मुनाफा कमाने की संभावना जताई है। 
 
मूडीज के अनुसार, कुछ परिस्थितियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज की साख प्रभावित हो सकती है। ऐसा तब होगा जब उसके ऊर्जा कारोबार में आमदनी उम्मीद के अनुरूप नहीं बढ़ती है या दूरसंचार क्षेत्र में आमदनी उम्मीद से कम रहती है अथवा स्पेक्ट्रम या दूसरे मद में दूरसंचार कारोबार पर कंपनी का खर्च उम्मीद से ज्यादा रहता है या कंपनी किसी बड़े अधिग्रहण के लिए बड़ा कर्ज लेती है।
 
इस बाबत पूछे जाने पर रिलायंस के सूत्रों ने बताया कि मूडीज ने रेटिंग का परिदृश्य सकारात्मक बनाए रखा है जिसका मतलब है कि साख ऊपर जा सकती है, नीचे नहीं आ सकती। वहीं मूडीज का कहना है कि कंपनी का व्यय बढ़ने पर मार्च 2018 तक वह रेटिंग सकारात्मक से स्थिर कर सकती है। सूत्र का कहना है कि 'जियो' का राजस्व रिलायंस के कुल राजस्व पर बहुत ज्यादा असर नहीं डालेगा और चालू वित्त वर्ष में कंपनी के कुल राजस्व में कमी नहीं आएगी। (वार्ता)

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