गौर करने वाली बात यह है कि रिलायंस रिटेल ने जो 1.5 लाख नई नौकरियां दी हैं उनमें से 1 लाख से अधिक नौकरियां छोटे व मझौले शहरों में दी गई हैं। कंपनी के बयान के मुताबिक रिलायंस रिटेल छोटे व मझौले शहरों में नई नौकरियां इसलिए दे पाया क्योंकि इन शहरों में उसके स्टोर्स का नेटवर्क तेजी से बढ़ा है। स्टोर्स के साथ इन शहरों में डिजिटल और न्यू कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स का विस्तार भी तेजी से हुआ है।
पिछले वित्तीय वर्ष में रिलायंस ने आश्चर्यचकित करने वाली रफ्तार से नए स्टोर्स खोले हैं। कंपनी ने रोजाना करीब 7 नए स्टोर्स के हिसाब से कुल 2500 से अधिक स्टोर्स खोले। सिर्फ पिछली तिमाही में ही कंपनी ने 793 नए स्टोर्स अपने पोर्टफोलियो में जोड़े हैं। बताते चलें कि कंपनी के स्टोर्स की कुल संख्या 15 हजार के पार पहुंच गई है। स्टोर्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर रिलायंस रिटेल के रजिस्टर्ड ग्राहकों की संख्या 19 करोड़ 30 लाख के पार जा पहुंची है।
पिछले एक साल में हमने दो लाख 10 हजार से अधिक कर्मचारियों को जोड़ा है। रिटेल और टेक्नोलॉजी बिजनेस ने नई नौकरियां पैदा करने में अहम रोल अदा किया है। नए स्टोर खोलने और नई नौकरियां देने के साथ रिलायंस रिटेल ने इस वित्तीय वर्ष में कमाई भी खूब की है। रिटेल कारोबार का रिकॉर्ड वार्षिक राजस्व लगभग 2 लाख करोड़ रुपए रहा।
कंपनी की आय में भी इजाफा देखने को मिला, तिमाही आधार पर रिलायंस रिटेल की आय 31 मार्च 2022 को समाप्त हुई चौथी तिमाही में बढ़कर 58,019 करोड़ रुपए हो गई है। पिछली तिमाही यानी दिसंबर 2021 में कंपनी की आय 57,717 करोड़ रुपए दर्ज की गई थी। रिलायंस रिटेल का साल का नेट प्रॉफिट 7,055 करोड़ रुपए तथा चौथी तिमाही का शुद्ध मुनाफा 2,139 करोड़ रुपए रहा।