नई दिल्ली। ईंधन तथा सेवा वर्ग के साथ चीनी, अनाजों और फलों की कीमतों में तेज बढ़ोतरी से मार्च में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा महंगाई की दर बढ़कर पांच महीने के उच्चतम स्तर 3.81 प्रतिशत पर पहुंच गई।
इस साल फरवरी में खुदरा महंगाई 3.65 प्रतिशत तथा पिछले साल मार्च में 4.83 प्रतिशत रही थी।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आज जारी आंकड़ों के अनुसार, खुदरा महंगाई में लगातार दूसरे महीने तेजी दर्ज की गई है तथा यह नोटबंदी के बाद के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। इससे पहले अक्टूबर 2016 में खुदरा महंगाई 4.20 प्रतिशत दर्ज की गई थी।