देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में एक दुर्लभ घटना सामने आई है। यहां एमटीएच अस्पताल में सिर से जुड़े जुड़वां बच्चों का जन्म हुआ है। इन ट्विन्स बच्चों का जन्म ऑपरेशन द्वारा हुआ है। यह मीडिया और सोशल मीडिया पर चर्चाओं में बना हुआ है। चौंकाने वाली बात यह भी हैं कि लगभग हर माह गर्भ की जांच करने वाले डॉक्टर्स या अन्य स्टाफ को सिर जुड़े जुड़वां बच्चे का पता कैसे नहीं चला।
मेडिकल भाषा में कहा जाता है पैरापैगस डिसेफेलिक ट्विंस
इसी महीने 3 जुलाई 2025 को रायसेन जिले के बेगमगंज सिविल अस्पताल में बिना हाथों वाली बच्ची का जन्म हुआ था। बच्चे के दो सिर हैं जो आपस में जुड़े हुए हैं और एक ही धड़ है। डॉक्टर्स के मुताबिक मेडिकल भाषा में इन्हें पैरापैगस डिसेफेलिक ट्विंस कहा जाता है। इसमें धड़ आपस में जुड़ी रहती है लेकिन सिर दो होते हैं। यह मामला चिकित्सा अनुसंधान और जन-जागरूकता दोनों के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
शिशु रोग विशेषज्ञों की निगरानी में बच्चा
मीडिया खबरों के मुताबिक गर्भवती महिला स्त्री रोग विभागध्यक्ष डॉ. प्रो. निलेश दलाल की यूनिट में गर्भवती महिला इमरजेंसी में भर्ती हुई थी। यह एक अत्यंत जटिल मामला था। गर्भवती महिला को को लेबर दर्द के दौरान इमरजेंसी अवस्था में भर्ती किया गया था। ऑपरेशन डॉ. नीलेश दलाल के गाइडेंस में एमटीएच हॉस्पिटल की टीम द्वारा किया गया। बच्चे की हालत गंभीर है व उसे सीएनसी यूनिट में रखा गया है। शिशु रोग विशेषज्ञों की टीम उनकी निगरानी कर रही है। इनपुट एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma