निवेशकों का कहना है कि कच्चे तेल, खाद्य और फर्टिलाइजर की कीमतों में वृद्धि का असर आने वाले महीनों में घरेलू खर्चों पर पड़ेगा। इन्फ्लेशन की वजह से भारतीय बाजारों में आए दिन कई तरह के उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे है। इसके लिए घरेलू तत्वों के साथ साथ कई अंतराष्ट्रीय तत्व जैसे रूस-यूक्रेन युद्ध, चीन की शून्य कोविड नीति आदि जिम्मेदार है।