स्पाइस जेट को एक महीने बाद की फ्लाइट्स के लिए टिकटें बुक कराने से भी रोका गया है। उधर विमानों की कमी के कारण पहले ही स्पाइसजेट ने दिसंबर महीने में दो हजार से ज्यादा फ्लाइटस रद्द कर दी हैं। हाल ही में स्पाइसजेट के द्वारा किराया बढ़ाने के बारे में भी सुना गया था। पर किराया बढ़ाने के बावजूद कंपनी की मुश्किलें ज्यों की त्यों बनीं हुई हैं।
उल्लेखनीय है कि स्पाइसजेट देश के महत्वपूर्ण मार्गों पर अपने प्रतिद्ंद्वियों के मुकाबले 100 फीसदी तक किराया कम करने का ऑफर दे रही है, हालांकि, मार्केट में कैपेसिटी कम होने की वजह से औसत किराया 15 फीसदी बढ़ गया है।