थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति इस साल फरवरी में 6.55 प्रतिशत थी। पिछले साल मार्च में थोक मुद्रास्फीति में 0.45 प्रतिशत की गिरावट आयी थी। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार खाद्य वस्तुओं की कीमत में मार्च में 3.12 प्रतिशत की तीव्र वृद्धि हुई जबकि इससे पूर्व माह में इसमें 2.69 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
इसका प्रमुख सब्जियों के दाम में उछाल है। सब्जियों की महंगाई दर 5.70 प्रतिशत रही। फलों के मामले में मुद्रास्फीति 7.62 प्रतिशत रही। वहीं अंडा, मांस और मछली की महंगाई दर 3.12 प्रतिशत रही। ईंधन मुद्रास्फीति आलोच्य महीने में घटकर 18.6 प्रतिशत रही जो फरवरी में 21.02 प्रतिशत थी।
आरबीआई ने 2017-18 की पहली छमाही में खुदरा मुद्रास्फीति 4.5 प्रतिशत और दूसरी छमाही में 5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। पिछले सप्ताह जारी आंकड़ों के अनुसार खुदरा मुद्रास्फीति मार्च में बढ़कर पांच महीने के उच्च स्तर 3.81 प्रतिशत पर पहुंच गयी। रिजर्व बैंक खुदरा मुद्रास्फीति के आधार पर ही मौद्रिक नीति तय करता है। (भाषा)