सरकारी प्राकृतिक गैस की कीमत में दोगुने से अधिक की वृद्धि आज से प्रभावी हो गई है। सरकार ने उसके प्रशासनिक नियंत्रण में आने वाली प्राकृतिक गैस के दाम बढ़ाकर 4.20 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट कर दिए गए हैं।
प्राकृतिक गैस के दाम बढ़ने से बिजली और उर्वरक संयंत्रों की उत्पादन लागत बढ़ने के आसार हैं। हालाँकि, सीएनजी दाम में बढ़ोतरी अगले सप्ताह से ही प्रभावी होगी।
कैबिनेट ने पिछले महीन ही गैस की कीमत 3,200 रुपए प्रति हजार घनमीटर से बढ़ाकर 6,818 रु प्रति हजार घनमीटर करने को मंजूरी दे दी थी। रॉयल्टी शामिल होने के बाद उद्योग के लिए गैस की कीमत 7,500 रु प्रति हजार घन मीटर होगी।
एक अधिकारी ने बताया कि मंत्रिमंडल के निर्णय को एक जून से लागू करने की अधिसूचना जारी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि बिजली तथा उर्वरक इकाइयों को आज से प्राकृतिक गैस की ब्रिकी नई बढ़ी दरों पर की जाएगी। हालाँकि शहरी गैस परियोजनाएँ इसके दायरे में आठ जून से आएँगी।
लागत में बढ़ोतरी से राष्ट्रीय राजधानी में सीएनजी की कीमत 5.60 रु बढ़कर 27.50 रुपए प्रति किलो हो जाएगी। यह बढ़ोतरी आठ जून से प्रभावी होगी।
उन्होंने कहा कि गैस उत्पादक ओएनजीसी, ऑइल इंडिया तथा गैस विपणन कर्ता कंपनी गेल इंडिया को इस फैसले की सूचना दे दी गई है और वे ग्राहकों के नए बिल नए दरों के हिसाब से ही बना रही हैं। (भाषा)