विदेशी मुद्रा भंडार में ‍रिकॉर्ड गिरावट

अंतरबैंकिंग विदेशी मुद्रा बाजार में गिरते रुपए को थामने के लिए रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप के चलते देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 24 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 15 अरब 47 करोड़ 10 लाख डॉलर की रिकॉर्ड गिरावट आई और यह 258 अरब 41 करोड़ 50 लाख डॉलर के बराबर रह गया।

विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले पाँच सप्ताह से निरंतर गिरावट का रुख है और मई के अंतिम सप्ताह के 316 अरब 17 करोड़ 10 लाख डॉलर के रिकॉर्ड स्तर से तुलना की जाए तो इसमें 57 अरब 75 करोड़ 60 लाख डॉलर की भारी गिरावट आ चुकी है।

बाजार विश्लेषकों का कहना है कि डॉलर के मुकाबले रुपए में तेजी से आ रही गिरावट को थामने के लिए रिजर्व बैंक के विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप के परिणामस्वरुप विदेशी मुद्रा भंडार में कमी एक प्रमुख कारण है। विदेशी संस्थागत निवेशकों के देश के शेयर बाजारों में निरंतर निकासी किए जाने से रुपया भारी दबाव में है।

विदेशी संस्थान इस वर्ष 13 अरब 10 करोड डालर की निकासी कर चुके हैं और इस कारण डॉलर के मुकाबले रुपया 20 प्रतिशत से अधिक कमजोर पड़ चुका है। पिछले साल विदेशी संस्थानों के 17 अरब 40 करोड़ डॉलर के निवेश के बूते डॉलर के मुकाबले रुपया 12 प्रतिशत उछला था।

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