आईपीएल की पार्टी में महिला के साथ छेड़छाड़

शुक्रवार, 18 मई 2012 (18:50 IST)
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इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर टीम का हिस्सा बने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ल्यूक पोमेरबाश को दिल्ली की अदालत ने शुक्रवार को एक दिन की अंतरिम जमानत दे दी। इस खिलाड़ी को गुरुवार रात अमेरिकी महिला के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

अदालत में आधे घंटे की कार्रवाई के दौरान नाटकीय घटनाक्रम चला। आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर की तरफ खेल रहे यह 27 वर्षीय खिलाड़ी बेहोश हो गया, जबकि पीड़िता घटना का विवरण देते हुए रो पड़ी।

पुलिसकर्मी पोमेरबाश को अदालत के कमरे से बाहर ले गए और उसे पानी दिया। इसके बाद वह होश में आ गया और अदालत में लौट आया। अदालत का यह कमरा वकीलों, पत्रकारों और दर्शकों से खचाखच भरा था।

पोमेरबाश का अपने देश में झगड़ा करने और पुलिस के साथ भिड़ने का पुराना रिकॉर्ड रहा है। उन पर मैच के बाद की पार्टी में महिला के साथ छेड़खानी करने का आरोप है। उन्हें मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट नविता कुमारी बग्गा ने शनिवार तक के लिए राहत दी है।

मजिस्ट्रेट ने दिल्ली पुलिस को होटल से सीसीटीवी फुटेज के साथ महिला के मंगेतर साहिल को पहुंची चोट के बारे में जानकारी लाने के लिए कहा है। पोमेरबाश की कथित पिटाई के बाद साहिल को निजी अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती कराया गया है।

मजिस्ट्रेट ने कहा कि आरोपी को अंतरिम जमानत दी गई है। सुनवाई के दौरान अदालत ने दिल्ली पुलिस से पूछा कि उसने होटल से सीसीटीवी फुटेज क्यों हासिल नहीं की। दिल्ली पुलिस चाहती थी कि अदालत क्रिकेटर को न्यायिक हिरासत में भेज दे।

महिला ने घटना की पूरी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वह अपने मंगेतर के साथ थी और पोमेरबाश जबर्दस्ती होटल के उनके कमरे में घुसकर शराब पीने के साथ ही उनके साथ बदतमीजी करने लगा।

उन्होंने कहा कि साहिल ने उससे केवल यही कहा कि कृपया कमरे से बाहर चले जाओ और उसने (पोमेरबाश) ने उसको पीटना शुरू कर दिया। दिल्ली पुलिस ने कहा कि पोमेरबाश ने महिला के साथ दुर्व्‍यवहार किया और साहिल के मारपीट की जिससे वह चोटिल हो गया।

महिला ने अदालत को बताया कि बुरी तरह से पिटाई के बावजूद मामला आईपीसी की धारा 323 के तहत दर्ज किया गया, जो कि मामूली चोट से संबंधित है। उन्होंने कहा कि चोटें गंभीर हैं और पुलिस ने केवल आईपीसी की धारा 323 के तहत मामला दर्ज किया।

साहिल को इतनी बुरी तरह पीटा गया कि वह आईसीयू में है। पोमेरबाश के वकील नीरज चौधरी ने पुलिस के बयान का जोरदार खंडन किया। उन्होंने कहा कि साहिल को आईसीयू में भर्ती नहीं कराया गया है तथा पोमेरबाश की साहिल ने पिटाई की थी।

वकील ने कहा कि पोमेरबाश की कमरे में साहिल ने पिटाई की। उनके बीच पहले कभी झगड़ा नहीं हुआ था। उन्होंने (साहिल और महिला) पोमेरबाश को अपने कमरे में बुलाया था। चौधरी ने कहा कि पोमेरबाश के पास कोई हथियार नहीं था।

उन्होंने कहा कि इस पर पोमेरबाश ने साहिल के साथ मारपीट शुरू कर दी। साहिल की स्थिति नाजुक और उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है। उसने (साहिल) ने केवल मुझे बचाने की कोशिश की और इस प्रयास में वह चोटिल हो गया।

हालांकि पोमेरबाश के वकील ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि इस घटना से क्रिकेटर के हाथ में भी फ्रैक्चर हो गया। उन्होंने कहा कि पोमेरबाश को साहिल और उनकी मंगेतर ने अपने कमरे में बुलाया और वे साथ में वहां गए थे।

वकील ने कहा कि पुलिस होटल से सीसीटीवी फुटेज साथ लेकर क्यों नहीं आई। फुटेज से सब कुछ साफ हो जाएगा कि पोमेरबाश वहां जबर्दस्ती गया क्या वे (साहिल और उसकी मंगेतर) उसे अपने साथ ले गए।

सिद्धार्थ माल्या के ट्‍विट ने बखेड़ा खड़ा किया : इसी बीच बेंगलोर रॉयल चैलेंजर्स के मालिक विजय माल्या के पुत्र सिद्धार्थ माल्या ने ट्‍विटर पर एक विवादस्पद बयान देकर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है। सिद्धार्थ ने अमेरिकी महिला के चरित्र पर आक्षेप करते हुए कहा कि वह महिला तो ल्यूक पर लट्‍टू हो रही थी। वह मेरे करीब भी आना चाहती थी। अमेरिकी महिला मुझसे बीबीएम पिन मांग रही थी।

इस पूरे मामले पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा ने संज्ञान लेते हुए कहा कि सिद्धार्थ को किसी भी महिला के बारे में ऐसी आपत्तिजनक बातें ट्‍विटर पर नहीं डालनी चाहिए। यदि यह लड़की आयोग के पास आएगी तो वे जरूर सिद्धार्थ को नोटिस भेजेंगी।

उधर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के साथ जुड़े पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले ने मीडिया को बताया कि हमने ल्यूक के मैदान पर उतरने पर रोक लगा दी है। हम इस पूरे मामले में होने वाली जांच में पूरा सहयोग करेंगे। यह समझ लेना जरूरी है कि हमारे लिए बेंगलोर टीम पहले है न कि एक खिलाड़ी ल्यूक। (भाषा/वेबदुनिया)

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