ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने कहा है कि व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम के मद्देनजर उन्हें टेस्ट कॅरियर को विस्तार देने के लिए मजबूरन एक दिवसीय क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ेगा।
गिलक्रिस्ट ने कहा कि तीसरे बच्चे के जन्म के बाद उन्हें अपने पुराने फैसले पर फिर से विचार करना पड़ा है। वे लंबे समय से टेस्ट या वनडे किसी तरह के क्रिकेट से संन्यास नहीं लेने की बात दोहराते आए हैं।
उन्होंने 'सिडनी मार्निंग हेराल्ड' से कहा कि पिछले एक साल में मैंने कभी नहीं सोचा कि एक स्वरूप पर पूरा ध्यान देने के लिए मैं क्रिकेट के दूसरे स्वरूप को अलविदा कह दूँ।
उन्होंने कहा कि लेकिन अब मैं इस बारे में सोच रहा हूँ। मैं पहले टेस्ट और वनडे दोनों क्रिकेट खेलने पर जोर देता रहा हूँ लेकिन अब हालात बदल गए हैं।
विश्व कप के इस सितारे ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट उनकी प्राथमिकता है और वे इसके लिए वनडे क्रिकेट छोड़ ने को तैयार हैं।
गिलक्रिस्ट ने कहा कि पिछले साल कुछ खिलाड़ियों ने संन्यास ले लिया लिहाजा मुझे आत्ममंथन करना पड़ा कि मैं किस स्थिति में हूँ। मेरे भीतर खेलने की तीव्र भूख अभी भी बरकरार है। मुझे वॉर्न और लैंगर जैसे खिलाड़ियों के टेस्ट क्रिकेट को लेकर जुनून का भी अहसास हुआ, जिन्होंने टेस्ट के लिए वनडे क्रिकेट छोड़ दिया था।
वनडे क्रिकेट में 100 से अधिक मैच खेल चुके बल्लेबाजों में स्ट्राइक रेट के मामले में गिलक्रिस्ट चौथे स्थान पर हैं। उनसे आगे सिर्फ शाहिद अफरीदी (109.38), वीरेंद्र सहवाग (96.74) और रिकार्डो पावेल (96.66) हैं।
गिलक्रिस्ट ने हालाँकि कहा कि वह निकट भविष्य में वनडे क्रिकेट खेलना नहीं छोड़ रहे हैं बल्कि इस बारे में उन्होंने सोचना शुरू किया है। उन्होंने कहा अपने तीसरे बच्चे के जन्म के बाद मेरे जीवन में नये अध्याय की शुरूआत हुई है। अगले तीन साल में काफी क्रिकेट खेला जाना है लिहाजा कुछ बातों पर विचार करना होगा।
विश्व कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ आक्रामक सैकड़ा जड़ने वाले गिलक्रिस्ट ने कहा मैं तुरंत संन्यास की घोषणा करने नहीं जा रहा हूँ, लेकिन अब मैं इस मसले पर खुले दिमाग से सोच रहा हूँ।