भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष राजसिंह डूंगरपुर ने गुरूवार को कहा कि वह किसी भी जाँच का सामना करने के लिए तैयार हैं।
क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया (सीसीआई) के कुछ सदस्यों ने उन पर फ्लडलाइट लगाने के दौरान धाँधली का आरोप लगाया था, जिसे उन्होंने खारिज कर दिया। डूंगरपुर सीसीआई के अध्यक्ष पद पर लंबे समय तक बने रहे हैं।
डूंगरपुर ने एक मीडिया बयान में यह भी कहा कि उन्हें लगातार सर्वसम्मित से 14 वर्ष से ज्यादा समय तक सीसीआई का अध्यक्ष चुना गया और उन्होंने इस क्लब के सम्मान को बनाए रखने के लिए अपने अधिकार क्षेत्रों के अंदर सब कुछ किया, तभी यह क्लब भारत के सर्वश्रेष्ठ क्लबों में से एक है।
डूंगरपुर पर सीसीआई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में फ्लडलाइट लगाने के दौरान धाँधली का आरोप लगाया गया था, जिसे उन्होंने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि इसकी पूरी प्रक्रिया बिलकुल साफ है और कार्यकारी समिति के सभी सदस्यों ने इसे अनुमति दी थी जो नियमों के अंतर्गत ही किया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ सदस्यों ने उनके प्रशासन के संबंध में कुछ सवाल उठाए हैं और संसदीय परपंरा के मुताबिक उन्होंने तीन अगस्त को इसके अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी।