जिम्बाब्वे की कड़ी परीक्षा

मंगलवार, 30 अगस्त 2011 (19:01 IST)
टेस्ट क्रिकेट में वापसी करते हुए बांग्लादेश के रूप में पहली बाधा पार करने के बाद जिम्बाब्वे की असली परीक्षा कल से शुरू होगी, जब उसके पाकिस्तान के रूप में मजबूत प्रतिद्वंद्वी का सामना करना है।

कल से शुरू हो रहे एकमात्र टेस्ट मैच के बाद तीन वनडे और दो ट्वेंटी-20 मैचों की श्रृंखला खेली जाएगी।

आईसीसी ने छह साल के अंतराल के बाद जिम्बाब्वे को टेस्ट क्रिकेट में वापसी की स्वीकृति दी थी। लगभग सभी पेशेवर क्रिकेटरों की हड़ताल और लगातार दो टेस्ट में पारी और 200 रन से अधिक की शिकस्त के बाद टीम के टेस्ट क्रिकेट से हटने को टाला नहीं जा सका ।

टीम ने इस समय का इस्तेमाल पुनर्गठन के लिए किया और अब उसे लगातार तीन दौरों में अपनी तैयारी की झलक देनी होगी। बांग्लादेश और पाकिस्तान के बाद टीम को अक्तूबर नवंबर में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलना है।

जिम्बाब्वे ने बांग्लादेश को एकमात्र टेस्ट में 130 रन और एकदिवसीय श्रृंखला में 3-2 से हराकर अच्छी शुरुआत की है और अब उसे पाकिस्तान की मजबूत टीम का सामना करना है।

पाकिस्तान को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। दोनों टीमों के बीच हुए 14 टेस्ट में पाकिस्तान ने आठ जीते हैं जबकि दो में उसे हार का सामना करना पड़ा। दोनों टीमों के बीच 1992 में खेली गई पिछली श्रृंखला में पाकिस्तान ने दोनों टेस्ट 119 रन और 10 विकेट से जीते।

टीम ने इस दौरे पर उमर गुल, वहाब रियाज और अब्दुर रहमान को आराम दिया है जबकि इमरान फरहत, अदनान अकमल और सोहेल तनवीर की वापसी हुई है। रमीज राजा, यासिर शाह और एजाज चीमा के रूप में टीम में तीन नए चेहरे हैं।

जिम्बाब्वे को तेज गेंदबाज ब्रायन विटोरी की वापसी की उम्मीद है लेकिन उन्हें फिटनेस साबित करनी होगी। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ दो बार पांच विकेट चटकाए थे। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें