पहले दिन भारतीय गेंदबाजों का संघर्ष

गुरुवार, 15 दिसंबर 2011 (15:56 IST)
भारत के कम अनुभवी गेंदबाजों को ऑस्ट्रेलियाई दौरे के शुरू में ही गुरुवार को यहां पहले अभ्यास मैच के शुरुआती दिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया अध्यक्ष एकादश के बल्लेबाजों वेस रोबिनसन और टॉम कूपर के शतकीय प्रहारों का सामना करना पड़ा।

महेंद्र सिंह धोनी की अनुपस्थिति में टीम की अगुवाई कर रहे राहुल द्रविड़ ने टॉस जीतकर अध्यक्ष एकादश की टीम को पहले बल्लेबाजी का न्यौता दिया जिसने पहले दिन का खेल समाप्त होने पर अपनी पारी छह विकेट पर 398 रन बनाकर समाप्त घोषित की।

उसकी पारी का आकषर्ण सलामी बल्लेबाज रोबिनसन (143) और मध्यक्रम के बल्लेबाज कूपर (नाबाद 182) रन के शतक रहे। गेंदबाजी के अगुआ ईशांत शर्मा जब अपना छठा ओवर कर रहे थे तब उन्हें हल्की चोट के कारण बीच में बाहर जाना पड़ा। इसके बाद उमेश यादव ने जिम्मेदारी संभाली तथा 39 रन देकर तीन विकेट लिए। उनके अलावा प्रज्ञान ओझा ने 149 रन देकर दो जबकि आर विनयकुमार ने 89 रन देकर एक विकेट लिया।

रोबिनसन और कूपर ने बीच में 47 ओवर तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता नहीं लगने दी और इस बीच तीसरे विकेट के लिए 226 रन की साझेदारी की। इन दोनों ने जहीर खान की अनुपस्थिति वाले भारतीय आक्रमण की कमजोरियो को उजागर करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मानुका ओवल में खेले जा रहे इस दो दिवसीय अभ्यास मैच में भारतीय गेंदबाजों ने अच्छी शुरुआत की। अध्यक्ष एकादश सलामी जोड़ी ने सहजता से बल्लेबाजी की लेकिन यादव ने अपने पांचवें ओवर में ही कप्तान रेयान ब्रॉड को विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के हाथों कैच कराया। ब्रॉड 23 गेंद का सामना करने के बाद केवल आठ रन बना पाए।

दूसरे सत्र में हालांकि भारतीय गेंदबाजों को कोई सफलता नहीं मिली और इस बीच रोबिनसन और कूपर ने 31 ओवर में 133 रन जोड़े। भारतीय गेंदबाजों को तीसरे सत्र के पहले घंटे के आखिर में सफलता मिली और इसके बाद दिन का आखिरी घंटा गेंदबाजों के नाम रहा। भारत को तीसरी सफलता 70वें ओवर में ओझा ने दिलाई। रोबिनसन ने उनकी गेंद हवा में उछालकर सचिन तेंडुलकर को कैच थमाया। बाएं हाथ के इस 30 वर्षीय बल्लेबाज ने अपनी पारी में 215 गेंद खेली तथा 13 चौके और छह छक्के लगाए। ऑस्ट्रेलियाई टीम में जगह बनाने की कवायद में जुटे कूपर को एलेक्स डूलान (29) ने कुछ देर तक अच्छा सहयोग दिया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 92 रन की साझेदारी की। यादव ने पारी के 83वें ओवर की चौथी और फिर आखिरी गेंद पर विकेट लेकर भारत की उम्मीद जगाई। इस तेज गेंदबाज ने पहले डूलान को पगबाधा किया और फिर नए बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल को भी इसी अंदाज में आउट करके उन्हें खाता नहीं खोलने दिया।

विनयकुमार ने दिन के आखिरी ओवर में डीन सोलवे (5) को साहा के हाथों कैच कराकर अपना एकमात्र विकेट लिया। कूपर आखिर तक नाबाद रहे। उन्होंने 194 गेंद पर खेली गई अपनी धमाकेदार पारी में 114 रन चौकों और छक्कों से बटोरे। उन्होंने 24 और तीन छक्के लगाए। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला का पहला मैच 26 दिसंबर से मेलबोर्न में खेला जाएगा। इससे पहले भारतीय टीम अध्यक्ष एकादश के खिलाफ ही दूसरा तीन दिवसीय अभ्यास मैच खेलेगी। (भाषा)

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