भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच से पहले फिटनेस की परेशानियों से जूझ रहे पाकिस्तान के कप्तान शोएब मलिक ने गुरुवार को स्वीकार किया कि यह उनकी टीम के लिए मुश्किल दौर है लेकिन आशा जताई कि खिलाड़ी इस चुनौती का डटकर सामना करेंगे।
मलिक ने कहा कि खिलाड़ियों और चोट का पुराना रिश्ता है। खिलाड़ी चोटिल होने के बावजूद खेल सकते हैं। आखिरकार आप अपने देश के लिए खेल रहे हो।
मैच की पूर्व संध्या पर जब मलिक से पूछा गया कि टीम को 11 फिट खिलाड़ी उतारने में परेशानी हो रही है ऐसे में उनके खिलाड़ी कैसे प्रेरित होंगे? उन्होंने कहा कि हमें यह टेस्ट मैच जीतना होगा जो हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हमारे पास इसके अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है।
तेज गेंदबाज मोहम्मद सामी भी छाती में संक्रमण से पीड़ित हैं और उन्होंने आज अभ्यास में भाग नहीं लिया। मलिक ने कहा कि उसका भी इलाज चल रहा हैं मुझे आशा है कि शोएब और सामी दोनों मैच तक फिट हो जाएँगे।
एक पत्रकार ने जब मलिक का ध्यान इस बात पर दिलाया कि सीनियर खिलाड़ियों से उन्हें सहयोग नहीं मिल रहा है उन्होंने कहा कि जब आप हारते हो तो ऐसी बातें होती हैं।
कुछ पूर्व कप्तानों ने मलिक को 'बहुत नरम' करार दिया। इस पर पाकिस्तानी कप्तान ने कहा कि आपको प्रत्येक खिलाड़ी के साथ अलग तरह से व्यवहार करना पड़ता है। कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके साथ प्यार से रहकर आप उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवा सकते हैं।
उन्होंने कहा और फिर हमारे खिलाड़ी पहले ही मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं ऐसे में मैं उन पर और अधिक दबाव क्यों बनाऊँ। इसके विपरीत मैं इस बात से उत्साहित महसूस करता हूँ कि ये खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकते हैं।
मलिक का ध्यान जब इस बात पर दिलाया गया कि टीम में अभी केवल दो विशेषज्ञ गेंदबाज हैं उन्होंने कहा कि एक टेस्ट मैच के लिए हमें चार विशेषज्ञ गेंदबाजों की जरूरत है। मलिक ने कहा कि विकेट बल्लेबाजी के लिए अनुकूल दिख रहा है हालाँकि मैच में कुछ समय गुजरने के बाद यह टर्न ले सकता है।