भारत और इंग्लैंड के बीच आगामी 14 अक्टूबर से शुरु हो रही पांच एक दिवसीय मैचों की सिरीज में 'यंगीस्तान' के दो बहादुर योद्धा पार्थिव पटेल और अजिंक्य रहाणे टीम इंडिया की किस्मत एक बार फिर बदलने के लिए कमर कस चुके हैं।
टीम इंडिया के सभी खिलाड़ी यहां पर पहुंचने के बाद इंग्लैंड में हुई हार का बदला चुकाने के लिए बेताब दिखाई दे रहे थे। पार्थिव पटेल ने इंग्लैंड दौरे में अपनी कुछ पारियों से इंग्लिश गेंदबाजों के छक्के छुड़ा दिए थे। एक बार फिर पार्थिव बड़ी जिम्मेदारी निभाने को तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि इंग्लैंड का प्रदर्शन बीती बात हो चुकी है। हमारे लिए वह एक बुरा सपना था लेकिन अब हम अपने ही घर में खेले रहे हैं और घरेलू परिस्थितियों का लाभ भी हमें मिलेगा। यह मत भूलिए कि हमने अपनी मेहनत और काबिलियत के बूते पर ही 28 साल बाद विश्वकप को अपनी ही जमीन पर जीता था।
पार्थिव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि घरेलू क्रिकेट में मैं काफी खेला हूं और सफल भी रहा हूं। इससे मेरा आत्मविश्वास काफी बढ़ा हुआ है। मैंने काफी मेहनत की है और मैं टीम इंडिया में किसी भी क्रम पर खेलने को तैयार हूं। यदि मुझे पारी की शुरुआत करनी पड़ी तो मुझ पर यह जिम्मेदारी होगी कि स्कोर को लंबा ले जाऊं।
इंग्लैंड दौरे में ही विस्फोटक पारी खेलने वाले अजिंक्य रहाणे ने कहा कि वहां पर मुझे अपने सीनियर खिलाड़ियों से काफी कुछ सीखने को मिला है। जब कुछ लोग मेरी तुलना वीरेन्द्र सहवाग के साथ करते हैं तो यह बात मुझे सही नहीं लगती क्योंकि सहवाग बहुत बड़े खिलाड़ी हैं। मैंने अभी शुरुआत ही की है और मुझे काफी आगे जाना है।
रहाणे ने देशवासियों को विश्वास दिलाया कि जब भी उन्हें मौका मिलेगा, वे टीम इंडिया के लिए जान लड़ाकर खेलेंगे और मिले अवसर को पूरी तरह भुनाएंगे। चयनकर्ताओं के भरोसे पर मैं पूरी तरह खरा उतरने की कोशिश करूंगा। (वेबदुनिया न्यूज)