दुबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने बीपीएल (बांग्लादेश प्रीमियर लीग) में कथित भ्रष्टाचार पर निराशा जताई। इस मामले की जांच कर रहे पंचाट ने पाया कि ढाका ग्लैडिएटर्स का एक मालिक इस टी-20 लीग के 2013 के टूर्नामेंट में मैचों को फिक्स करने में शामिल था।
ढाका ग्लैडिएटर्स के शिहाब जिशान चौधरी को दोषी पाया गया है, जबकि केंट के ऑलराउंडर डेरेन स्टीवन्स सहित 6 अन्य को पंचाट ने दोषी नहीं पाया।
आईसीसी ने बयान में कहा कि आईसीसी और बीसीबी जांच के परिणामों से हैरान और निश्चित तौर पर निराश हैं। दोनों संगठनों को अब पंचाट की विस्तृत लिखित रिपोर्ट का इंतजार है। इस बीच आईसीसी या बीसीबी की तरफ से कोई अन्य बयान जारी नहीं किया जाएगा।
मैच और स्पॉट फिक्सिंग का यह मामला मई 2013 में प्रकाश में आया था, जब बीसीबी अध्यक्ष नजमुल हुसैन ने पुष्टि की थी कि बांग्लादेश के एक खिलाड़ी से आईसीसी ने पूछताछ की है।
बांग्लादेश के बल्लेबाज मोहम्मद अशरफुल ने इसके बाद स्वीकार किया था कि वे बीपीएल में भ्रष्टाचार में लिप्त थे। (भाषा)