भारत की नजरें यूथ ब्रिगेड पर

मंगलवार, 30 अगस्त 2011 (16:24 IST)
भारत टेस्ट श्रृंखला में 0-4 की शर्मनाक हार को पीछे छोड़कर कल जब यहां एकमात्र ट्वेंटी-20 मैच में इंग्लैंड के खिलाफ उतरेगा तो उसे उम्मीद होगी कि उसके युवा बल्लेबाज सीम गेंदबाजी के अनुकूल हालात से निपटने में सफल रहेंगे।

टेस्ट श्रृंखला में लचर प्रदर्शन के बाद भारत ने लगातार तीन अभ्यास मैच जीतकर अच्छे संकेत दिए हैं लेकिन मौजूदा ट्वेंटी-20 चैम्पियन इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबला अभ्यास मैचों से काफी अलग होगा।

अभ्यास मैचों में विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों अच्छी लय में नजर आए और दोनों ने टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। इन दोनों बल्लेबाजों ने अब तक इंग्लैंड में हार का सामना नहीं किया है और अपने आत्मविश्वास और सकारात्मक रवैये के साथ ये भारत की तकदीर बदल सकते हैं।

बाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने भी कल लीसेस्टरशर के खिलाफ ट्वेंटी-20 मैच में भारत की जीत में सर्वाधिक रन बनाए थे और वह भी अच्छी लय में हैं।

भारत के पास हालांकि बल्लेबाजों की कमी है और अपने दो सबसे सीनियर बल्लेबाजों सचिन तेंडुलकर और राहुल द्रविड़ को इस मुकाबले में खेलने के लिए कहने के अलावा उसके पास कोई विकल्प नहीं बचा है।

मौजूदा टीम में आठ बल्लेबाज हैं लेकिन सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर को इस मैच से लगभग बाहर माना जा रहा है जबकि अजिंक्य रहाणे का भी इस मैच में खेलना मुश्किल है। ऐसे में आधुनिक क्रिकेट के दो दिग्गज बल्लेबाज तेंडुलकर और द्रविड़ चयन की दौड़ में शामिल हो जाते हैं। तेंडुलकर ने अब तक सिर्फ एक ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला है जबकि द्रविड़ अगर कल खेलते हैं तो वह टी20 में पदार्पण करेंगे।

दक्षिण अफ्रीका में चार साल पूर्व युवा खिलाड़ियों के दम पर पहला आईसीसी ट्वेंटी-20 विश्वकप जीतने वाले भारत के लिए यह विडंबना ही है कि उसे मदद के लिए 38 बरस से अधिक की उम्र के दो बल्लेबाजों का दरवाजा खटखटाना पड़ रहा है।

तेंडुलकर और द्रविड़ हालांकि इस मैच में खेलने का प्रस्ताव स्वीकार कर सकते हैं। तेंडुलकर टेस्ट श्रृंखला के दौरान काफी अच्छी फॉर्म में नहीं थे जबकि द्रविड़ इस मैच का इस्तेमाल खुद को सीमित ओवरों के मैचों के अनुरूप ढालने के लिए कर सकते हैं। उन्होंने तीन साल से भी अधिक समय से सीमित ओवरों का कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है।

इंग्लैंड की टीम में टेस्ट श्रृंखला में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले एलिस्टेयर कुक और इयान बेल नहीं होंगे लेकिन इसके बावजूद मेजबान टीम के पास भारत को पछाड़ने के लिए संसाधन मौजूद हैं।

टेस्ट मैचों में मैन ऑफ द सिरीज बने स्टुअर्ट ब्राड की मौजूदगी में इंग्लैंड का गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत है। टिम ब्रेसनेन, स्टीव फिन, ग्रीम स्वान और एकदिवसीय विशेषज्ञ जेड डर्नबैक टीम को मजबूती देते हैं। ये सभी निचले क्रम में बल्लेबाजी करने में भी सक्षम हैं।

सलामी बल्लेबाज क्रेग कीस्वेटर, इओइन मोर्गन और केविन पीटरसन की बल्लेबाजी से दुनिया अच्छी तरह वाकिफ है जबकि जोस बटलर, बेन स्टोक्स और एलेक्स हेल्स को सीमित ओवरों के मैचों को इंग्लैंड क्रिकेट का भविष्य माना जा रहा है।

दूसरी तरफ भारतीय बल्लेबाजों की राह आसान नहीं होगी। गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई प्रवीण कुमार करेंगे जबकि आरपी सिंह उनके साथ नई गेंद संभाल सकते हैं।

मुनाफ पटेल का पुराना रिकॉर्ड उन्हें आर विनय कुमार पर तरजीह दिला सकता है जिन्होंने कल लीसेस्टरशर के खिलाफ अभ्यास मैच में प्रभावित किया। स्पिन विभाग में अमित मिश्रा को आर अश्विन पर तरजीह मिल सकती है।

दोनों टीमों के बीच अब तक दो ट्वेंटी-20 मैच खेले गए हैं जिसमें दोनों ने एक-एक जीत दर्ज की।

टीमें इस प्रकार हैं: इंग्लैंड: स्टुअर्ट ब्राड (कप्तान), रवि बोपारा, टिम ब्रेसनेन, जोस बटलर, जेड डर्नबैक, स्टीवन फिन, एलेक्स हेल्स, क्रेग कीस्वेटर, इओइन मोर्गन, समित पटेल, केविन पीटरसन, बेन स्टोक्स और ग्रीम स्वान में से।

भारत: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), सचिन तेंडुलकर, पार्थिव पटेल, राहुल द्रविड़, विराट कोहली, रोहित शर्मा, सुरेश रैना, प्रवीण कुमार, आरपी सिंह, मुनाफ पटेल, आर विनय कुमार, अमित मिश्रा और आर अश्विन में से।

समय: मैच भारतीय समयानुसार रात साढ़े 10 बजे शुरू होगा। (भाषा)

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