भारत को सुधारनी होंगी गलतियाँ

शनिवार, 10 नवंबर 2007 (20:29 IST)
मोहाली में विशाल स्कोर के बावजूद चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से रोमांचक मैच में हार का सामना करने वाली भारतीय टीम ग्रीन पार्क स्टेडियम में रविवार को होने वाले तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में पिछली गलतियों में सुधार करने वापसी के लिए प्रतिबद्ध है।

भारत ने गुवाहाटी में पाँच गेंदबाजों के साथ आसान जीत दर्ज की थी, लेकिन मोहाली में वह केवल चार विशेषज्ञ गेंदबाजों के साथ उतरा था। उसका यह जुआ नहीं चला और गेंदबाज 321 रन के विशाल स्कोर का बचाव नहीं कर पाए। इस पहलू को ध्यान में रखकर मुरली कार्तिक को अंतिम एकादश में जगह मिलना तय है, जो इस समय शानदार फार्म में भी चल रहे हैं।

महेंद्रसिंह धोनी की टीम के लिए अब मुकाबला इसलिए भी कड़ा हो गया है क्योंकि श्रृंखला 1-1 से बराबर है और अगले तीन मैच में उसे छोटी से छोटी गलती से भी बचना होगा।

भारत को मोहाली में कार्तिक की कमी खली। उनकी अनुपस्थिति में हरभजनसिंह भी बल्लेबाजों पर अधिक प्रभाव नहीं छोड़ पाए। कार्तिक की जगह वीरेंद्र सहवाग टीम में लिए गए, लेकिन वह 25 रन ही बना पाए। अब देखना है कि उन्हें टीम में रखा जाता है या नहीं।

हरभजन और कार्तिक की जोड़ी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला से ही अच्छा प्रदर्शन कर रही है। इन दोनों ने गुवाहाटी में भी पाकिस्तानी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाए रखा था। असल में भारत ने एक विशेषज्ञ बल्लेबाज रखकर अपनी गेंदबाजी को तो कमजोर किया ही अपनी बल्लेबाजी को भी कम करके आँका। संभावना है कि टीम प्रबंधन कल ऐसी गलती नहीं करेगा।

सौरव गांगुली ने मोहाली में पाँचवें गेंदबाज भूमिका निभाई और नौ ओवर में 55 रन दिए, लेकिन कार्तिक जैसे विशेषज्ञ स्पिनर की तुलना गांगुली की मध्यम गति की गेंदबाजी से नहीं किया जा सकता है।

भारतीय टीम प्रबंधन निश्चित तौर पर गेंदबाजों को लेकर चिंतित होगा क्योंकि वे एक बड़े स्कोर का बचाव नहीं कर पाए। जहीर खान तो किसी भी समय लय में नहीं दिखे और दस ओवर में 70 रन देकर भारत के सबसे महँगे गेंदबाज साबित हुए। गेंदबाजी कोच वेंकटेश प्रसाद के लिए भी यह परीक्षा की घड़ी है।

आरपी सिंह भी अपने हालिया प्रदर्शन की तरह गेंदबाजी नहीं कर पाए। उन्हें भी अपनी लाइन पर नियंत्रण रखने में परेशानी हुई। उत्तरप्रदेश के इस गेंदबाज ने छह वाइड और एक नोबाल की। क्षेत्ररक्षण फिर से भारतीयों का कमजोर पक्ष दिखा। यूनिस खान ने शतक जरूर जड़ा, लेकिन इससे पहले उन्हें दो जीवनदान मिले। यहाँ तक कि चपल क्षेत्ररक्षक युवराजसिंह और रॉबिन उथप्पा ने भी गलतियाँ कीं।

मोहाली में भारत केवल बल्लेबाजी में मजबूत दिखा। सचिन तेंडुलकर ने फिर से एक शानदार पारी खेलकर टीम को अच्छी शुरुआत दी। हालाँकि वह 15वीं बार नर्वस नाइंटीज और तीसरी बार 99 रन पर आउट हुए लेकिन यह स्टार बल्लेबाज इसको लेकर चिंतित नहीं है और अपनी इस फार्म को बनाए रखना चाहता है।

गौतम गंभीर पिछले कुछ समय से निरंतर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। गुवाहाटी में वह छह रन से अर्द्धशतक चूक गए थे, लेकिन मोहाली में उन्होंने इसकी भरपाई कर दी। गांगुली ने पहले मैच में अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि मध्यक्रम में युवराजसिंह पाकिस्तानी टीम में खौफ बने हुए हैं।

धोनी जरूर लंबे समय से बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं। सहवाग ने काफी समय बाद वापसी की है और इसका उन पर दबाव दिखा जबकि रॉबिन उथप्पा ने हर नंबर पर अच्छी भूमिका निभाई है।

दूसरी तरफ पाकिस्तान मोहाली मैच के बाद आत्मविश्वास से भरा हुआ है। उसका सकारात्मक पहलू यह रहा है कि उसकी तरफ से भागीदारियाँ निभाई गईं। यूनिस की फार्म में वापसी तथा सलमान बट, मिसबाह उल हक और विशेषकर शाहिद अफरीदी ने शानदार पारियाँ खेलीं। अफरीदी से पारी का आगाज करवाने की बात चल रही थी, लेकिन मोहाली में जिस तरह से उन्होंने टीम को लक्ष्य तक पहुँचाया उससे उन्हें यहाँ भी निचले क्रम ही उतारे जाने की संभावना है।

भारत को बाकी बचे मैचों और टेस्ट श्रृंखला में यूनिस और मोहम्मद यूसुफ की खतरनाक जोड़ी पर अंकुश लगाना होगा। इन दोनों ने मोहाली में अच्छी भूमिका निभाई और पाकिस्तान आगे भी उनसे अच्छी साझेदारियों की अपेक्षा करेगा। मिसबाह ने फिर से खुद को एक चालाक बल्लेबाज साबित किया।

जहाँ तक पाकिस्तानी गेंदबाजी का सवाल है तो शोएब अख्तर को भले ही अपनी लाइन पर नियंत्रण रखने में परेशानी हुई, लेकिन उन्होंने भारतीय बल्लेबाजों को किसी भी समय खुलकर नहीं खेलने दिया। उमर गुल भी अच्छी लाइन से गेंदबाजी कर रहे थे और सोहेल तनवीर ने भी टीम प्रबंधन को निराश नहीं किया।

भारत : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), सचिन तेंडुलकर, सौरव गांगुली, गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग, रॉबिन उथप्पा, रोहित शर्मा, युवराजसिंह, इरफान पठान, परवीन कुमार, जहीर खान, आरपी सिंह, एस. श्रीसंत हरभजनसिंह और मुरली कार्तिक।

पाकिस्तान : शोएब मलिक (कप्तान), यूनिस खान, सलमान बट, इमरान नजीर, यासिर हमीद, मोहम्मद यूसुफ, शाहिद अफरीदी, मिसबाह उल हक, फवद आलम, कामरान अकमल, शोएब अख्तर, उमर गुल, सोहेल तनवीर, अब्दुल रहमान और राव इफ्तिखार।

वेबदुनिया पर पढ़ें