ढाई साल पहले कानपुर में हुए भारत-पाक एक दिवसीय क्रिकेट मैच में शाहिद अफरीदी की धुआँधार 102 रनों की पारी को अभी तक यहाँ के दर्शक भूले नहीं हैं। इस बार वे ऐसा करनामा युवराज या धोनी के बल्ले से देखना चाहते हैं।
कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में पिछला मैच 15 अप्रैल 2005 को हुआ था। भारत-पाकिस्तान के बीच हुए उस मुकाबले में अफरीदी के धुआँधार बल्लेबाजी की बदौलत पाकिस्तान ने भारत को पाँच विकेट से करारी शिकस्त दी थी।
शहर के क्रिकेट प्रेमी चाहते हैं कि इस बार भी मैच में चौकों, छक्कों की बारिश हो, लेकिन वह अफरीदी या युनुस के बल्ले से नहीं, बल्कि युवराज या कप्तान धोनी के बल्ले से।
भारत और पाकिस्तान के बीच तीसरा एक दिवसीय मैच रविवार को खेला जाएगा। दोनों टीमें पाँच मैचों की सीरीज में पहले दो मैचों में एक-एक मैच जीतकर बराबरी में हैं। कानपुर के मुकाबले को जीतकर दोनों टीमें एक-दूसरे से बढ़त बनाने का प्रयास करेंगी।
पिच क्यूरेटर शिवकुमार ने बताया कि इस पिच से बल्लेबाजों को मदद मिलेगी और एक बार फिर ग्रीन पार्क चौकों छक्कों से गुलजार रहेगा।
शहर में आजकल सुबह के समय हल्का कोहरा पड़ रहा है, इसलिए सुबह के समय पिच पर हल्की नमी रहेगी। इसका फायदा पहले फील्डिंग करने वाली टीम को मिलेगा और फिर गेंदबाजी की शुरुआत शोएब अख्तर करें या फिर जहीर खान।
पिच पर लो बाउंस को देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि शुरुआती ओवरों में गेंद पिच पर पड़ने के बाद कितना उछाल लेगी, यह अंदाज लगाना बल्लेबाजों के लिए मुश्किल होगा।
क्यूरेटर कुमार कहते हैं कि ढाई साल पहले हुए भारत-पाक मैच में भी दोनों टीमों ने पाँच सौ से अधिक रन बनाए थे। इस बार भी यहाँ ढेरों रन बनेंगें, क्योंकि पिच की सोल को नहीं बदला जा सकता है और यह पिछले मैचों की तरह ही व्यवहार करेगी और दर्शकों को एक बार फिर खूब चौके-छक्के देखने को मिलेंगे।