फतुल्लाह। भारत को एशिया कप के पहले मैच में बांग्लादेश पर जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले कप्तान विराट कोहली ने अपनी बेजोड़ शतकीय पारी अपने पिता को समर्पित की। कोहली ने 136 रन बनाए, जिससे भारत ने बांग्लादेश का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया। उन्हें इस शानदार पारी के लिए 'मैन ऑफ द मैच' भी चुना गया।
कोहली ने मैच के बाद कहा, मैं जब भी कुछ हासिल करता हूं तो अपने पिता का आभार व्यक्त करता हूं। आज मैं जहां हूं, वहां तक पहुंचाने के लिए उन्होंने वास्तव में कड़ी मेहनत की थी। उन्होंने हमेशा मुझे कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया था।
यह स्टार बल्लेबाज जब 18 साल का था, तब 2006 में उनके पिता प्रेम कोहली का निधन हो गया था। संयोग से तब कोहली दिल्ली की तरफ से रणजी मैच खेल रहे थे। महेंद्र सिंह धोनी की अनुपस्थिति में टीम की कमान संभाल रहे कोहली ने इसके साथ ही डेथ ओवरों में अच्छी गेंदबाजी करने के लिए अपने गेंदबाजों और अपने साथी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे की भी जमकर तारीफ की। कोहली और रहाणे ने तीसरे विकेट के लिए 213 रन की साझेदारी की।
उन्होंने कहा, टीम के प्रदर्शन से मैं बहुत खुश हूं। हमने आज अच्छी गेंदबाजी की। डेथ ओवरों में सुधार देखने को मिला। यह देखकर अच्छा लगा कि महेंद्र सिंह धोनी की अनुपस्थिति में सभी ने अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाई।
बांग्लादेश के कप्तान मुशफिकर रहीम चोटिल होने के कारण मैच के बाद कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले पाए। उनकी जगह पुरस्कार वितरण समारोह में आए अब्दुर रज्जाक ने कहा कि ओस के कारण उनके गेंदबाज अच्छे स्कोर का बचाव करने में नाकाम रहे।
रज्जाक ने कहा, हमारा स्कोर अच्छा था लेकिन ओस के कारण काफी दिक्कत हुई। हमने इसका अनुमान नहीं लगाया था। परिस्थितियों को देखते हुए आगामी मैचों में हमें पहले बल्लेबाजी करने पर थोड़ा अधिक स्कोर बनाना होगा।
उन्होंने कप्तान मुशफिकर की जमकर तारीफ की, जिन्होंने 117 रन की पारी खेली। रज्जाक ने कहा, मुशफिकर की बल्लेबाजी में बहुत सुधार हुआ है और वे बहुत अच्छा खेल रहे हैं। (भाषा)