सकारात्मक शुरुआत चाहती है टीम इंडिया

सोमवार, 12 मार्च 2012 (14:57 IST)
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ऑस्ट्रेलिया में हाल में लचर प्रदर्शन के बाद अपनी खोई प्रतिष्ठा हासिल करने की कोशिश में जुटी गत चैम्पियन भारतीय टीम कल यहां श्रीलंका के खिलाफ एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत सकारात्मक तरीके से करना चाहेगी।

एशिया कप भारत को ऑस्ट्रेलिया में त्रिकोणीय श्रृंखला में आठ मैच में से केवल तीन में जीत वाले लचर प्रदर्शन को सुधारने का मौका प्रदान करेगा।

इंग्लैंड और फिर ऑस्ट्रेलिया में लगातार दो विदेशी दौरों पर फ्लाप होने के बाद भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जानते हैं कि अच्छी शुरुआत की क्या महत्ता है और वह इस क्षेत्रीय टूर्नामेंट में शुरू से ही अच्छी लय बनाना चाहेंगे।

धोनी ने कहा कि पिछले वर्ष में प्रारूप बदल गया है और अब चार अच्छी टीमें इसमें भाग लेती हैं। यह काफी छोटी श्रृंखला है और इसलिए इसमें सकारात्मक शुरूआत करना अहम होगा क्योंकि आप कभी कभार ही सभी एशियाई देशों के साथ ऐसा टूर्नामेंट खेलते हो।

भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में खेलने वाली टीम में बहुत कम बदलाव किए हैं जिसमें यूसुफ पठान और तेज गेंदबाज अशोक डिंडा को टीम में शामिल किया गया है जबकि वीरेंद्र सहवाग, जहीर खान और उमेश यादव को चोटों के कारण आराम दिया गया है।

एशिया कप सचिन तेंडुलकर को रिकॉर्ड 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने का मौका प्रदान करेगा जिसका काफी दिनों से इंतजार किया जा रहा है। वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला और फिर त्रिकोणीय श्रृंखला में इस उपलब्धि से चूक गए। टूर्नामेंट युवा खिलाड़ी जैसे रोहित शर्मा, सुरेश रैना और रविंदर जडेजा को भी अपनी काबिलियत साबित करने का मौका प्रदान करेगा जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के कठिन हालात में काफी खराब खेल दिखाया था।

वहीं दूसरी तरफ युवा विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया में अच्छे प्रदर्शन के बाद आत्मविश्वास से लबरेज होंगे जिसने उन्हें सहवाग की अनुपस्थिति में टीम का उप कप्तान बना दिया। लेकिन भारत के ऑस्ट्रेलिया में अनिरंतर प्रदर्शन को देखते हुए धोनी को शेरे बांग्ला स्टेडियम में श्रीलंका के खिलाफ टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में काफी चीजों पर गौर करना होगा।

धोनी ने कहा कि ऐसा नहीं है कि हमने काफी खराब प्रदर्शन किया। निश्चित रूप से हम ऐसे दौर में थे जिसमें हम लगातार अच्छा नहीं कर पा रहे थे। विशेषकर जब वनडे प्रारूप की बात तो मुझे लगता है कि हमने काफी अच्छा किया है। इसलिए हम उम्मीद कर रहे हैं कि हम टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। श्रृंखला में अंतिम एकादश में एकमात्र आल राउंडर स्थान के लिए जडेजा और यूसुफ पठान के बीच भी करीबी मुकाबला होगा।

उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से सहवाग टीम में नहीं है। हमें उसकी काफी कमी खलेगी, वह सबसे खतरनाक सलामी बल्लेबाजों में से एक है। लेकिन इसका मतलब है कि अंतिम एकादश में हमारे पास एक स्थान है। यह स्थान यूसुफ पठान जैसे खिलाड़ी को जा सकता है जिसके पास आक्रामकता और स्थिरता का संतुलन है।

धोनी ने कहा कि मुझे लगता है कि छठे नंबर का स्थान हासिल करने के लिए यूसुफ और रविंदर जडेजा जैसे खिलाड़ी के लिए अच्छा मौका होगा। गेंदबाजी में भारत के पास आर विनय कुमार, अशोक डिंडा, प्रवीण कुमार और इरफान पठान के रूप में काफी युवा तेज गेंदबाजी आक्रमण है जबकि स्पिन विभाग की अगुवाई आर अश्विन करेंगे जिसमें लेग स्पिनर राहुल शर्मा उन्हें सहयोग देंगे।

कागज पर दोनों टीमों के बीच कोई ज्यादा अंतर नहीं है, लेकिन मौजूदा फार्म को देखते हुए इसमें कोई शक नहीं कि श्रीलंकाई टीम भारतीयों पर भारी होगी।

श्रीलंका की टीम ने इस साल काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। वे इस साल के शुरू में दक्षिण अफ्रीका से काफी करीब से पांच मैचों की श्रृंखला 2-3 से हारे थे और हाल में ऑस्ट्रेलिया में समाप्त हुई त्रिकोणीय श्रृंखला के फाइनल में पहुंचे थे, हालांकि इसमें उन्हें हार मिली थी। लेकिन शिकस्त से पहले उन्होंने घरेलू टीम को कड़ी चुनौती दी थी।

लेकिन एक बात गौर करने वाली है कि श्रीलंकाई टीम त्रिकोणीय श्रृंखला के बाद यहां थकी हुई आई है और उन्होंने पिछले 10 दिनों में पांच मैच खेले हैं।

टीमें इस प्रकार हैं :-
भारत- महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), विराट कोहली, गौतम गंभीर, सचिन तेंडुलकर, मनोज तिवारी, सुरेश रैना, रोहित शर्मा, आर अश्विन, अशोक डिंडा, रविंदर जडेजा, प्रवीण कुमार, इरफान पठान, यूसुफ पठान, राहुल शर्मा और आर विनय कुमार।

श्रीलंका : महेला जयवर्धने (कप्तान), एंजेलो मैथ्यूज, दिनेश चांदीमल, तिलकरत्ने दिलशान, नुआन कुलशेखरा, सुरंगा लकमल, फरवेज महरूफ, लसिथ मलिंगा, थिसारा परेरा, एस प्रसन्ना, कुमार संगकारा, सचित्रा सेनानायके, उपुल थरंगा और लाहिरू थिरिमाने। (भाषा)

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