भारत की ट्वेंटी-20 विश्वकप में खिताब बरकरार रखने की उम्मीदों को उस वक्त करारा झटका लगा, जब सलामी बल्लेबाज और उपकप्तान वीरेंद्र सहवाग कंधे की चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए। बीसीसीआई ने सहवाग की जगह दिनेश कार्तिक को 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया है। वह शुक्रवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ सुपर आठ चरण में भारत के पहले मैच से पूर्व लंदन पहुँच जाएँगे।
सहवाग को इंडियन प्रीमियर लीग के मैच के दौरान चोट लगी थी। वह दोनों अभ्यास मैच और बांग्लादेश के खिलाफ पहला मैच नहीं खेल पाए। यानी यह आक्रामक बल्लेबाज टूर्नामेंट में एक भी गेंद खेले बिना स्वदेश लौट आएगा। कोच गैरी कर्स्टन ने कहा वीरू हमारे प्रमुख बल्लेबाजों में से है। उसका नहीं खेलना करारा झटका है। हमें उसकी गैर मौजूदगी को ध्यान में रखकर रणनीति बनानी होगी।
इससे पहले सहवाग नेट पर आए और सिर्फ 12 गेंद खेल सके। इसके बाद उन्होंने कप्तान महेंद्रसिंह धोनी और कोच कर्स्टन से दाहिने कंधे में दर्द की शिकायत की। बीसीसीआई ने कहा कि सहवाग को कंधे का ऑपरेशन कराना पड़ सकता है और वह यहाँ डॉक्टर को दिखाने के बाद भारत लौटेंगे।
अभ्यास मैचों में सहवाग के नहीं खेलने से धोनी और उनके बीच मतभेद की मीडिया रिपोर्ट को हवा मिली थी। इसके बाद धोनी प्रेस कांफ्रेंस में पूरी टीम को लेकर आ गए थे और उन रपटों को खारिज करता एक बयान पढकर चले गए।
सहवाग की कमी भारत को अभी तक महसूस नहीं हुई क्योंकि रोहित शर्मा ने सलामी बल्लेबाज की भूमिका बखूबी निभाई है। वह अब तक तीनों मैचों में सलामी जोड़ीदार गौतम गंभीर से भी अच्छा खेले हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले अभ्यास मैच में भी रोहित ने 23 गेंद में 36 रन बनाये थे। पाकिस्तान के खिलाफ उसने 53 गेंद में 80 रन बनाये और बांग्लादेश के खिलाफ 36 रन की पारी खेली।