सुपर-8 के लिए खेलेगा ऑस्ट्रेलिया

मंगलवार, 4 मई 2010 (15:44 IST)
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क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप का सरताज बनने के लिए प्रतिबद्ध ऑस्ट्रेलिया ट्वेंटी-20 विश्व कप के सुपर-8 में जगह बनाने के लिए बुधवार को यहाँ ग्रुप ए के अपने दूसरे और अंतिम मैच में बांग्लादेश से भिड़ेगा जिसका उलटफेर करने का पुराना इतिहास रहा है।

टूर्नामेंट के शुरू में पिछले चैंपियन पाकिस्तान को हराने वाले ऑस्ट्रेलिया टेस्ट और एकदिवसीय में लंबे समय तक क्रिकेट जगत में नंबर एक रहा है लेकिन ट्वेंटी-20 विश्व कप में उसे पहले खिताब की दरकार है।

पहली बार किसी बड़ी प्रतियोगिता में टीम की अगुवाई कर रहे कप्तान माइकल क्लार्क ने दावा किया है कि ऑस्ट्रेलिया ने पिछले एक साल में पहले की तुलना में खुद में काफी सुधार कर लिया है और यहाँ उसका असर दिखेगा।

क्लार्क ने कहा कि हम ट्वेंटी-20 में बेहतर प्रदर्शन करना चाहते हैं। पिछले 12 महीने में हमारी टीम की फॉर्म में काफी सुधार हुआ है और हमने वास्तव में अच्छा खेलना शुरू कर दिया है। परिस्थितियों से सामंजस्य बैठाना अहम है और इसके लिए हमारे पास वास्तव में बहुत अच्छी टीम है।

जिम्बाब्वे के हाथों अभ्यास मैच में एक रन की हार के कारण क्लार्क बांग्लादेश को हल्के से लेने की गलती नहीं करेंगे। उलटफेर करने का बांग्लादेश का पुराना इतिहास भी रहा है।

क्लार्क ने कहा कि हम निश्चित तौर पर बांग्लादेश को हल्के से नहीं लेंगे। उनके पास ट्वेंटी-20 के कुछ बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं जो आक्रामक बल्लेबाजी करते हैं।

कागजों में हालाँकि ऑस्ट्रेलिया मजबूत है। उसके पास ट्वेंटी-20 विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं जबकि उसका आक्रमण दुनिया के किसी भी बल्लेबाजी क्रम को तहस-नहस करने का माद्दा रखता है। उसने शुरू में इस प्रारूप को गंभीरता से नहीं लिया लेकिन अब वह धीरे-धीरे इसमें में भी मजबूत बनता जा रहा है।

डेविड वॉर्नर, शेन वॉटसन और डेविड हसी की त्रिमूर्ति दुनिया के किसी भी आक्रमण को ध्वस्त कर सकती है और बांग्लादेश के गेंदबाजों को उन पर अंकुश लगाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।

बांग्लादेश अपने पहले मैच में पाकिस्तान से हार गया था, लेकिन उसके चोटी के बल्लेबाज मोहम्मद अशरफुल और कप्तान साकिब अल हसन ने उस मैच में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन उसके लिए चिंता का विषय गेंदबाजी है, क्योंकि पिछले मैच में उसके गेंदबाजों ने काफी रन लुटाए थे। (भाषा)

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