भारत से पर्थ में हार का स्वाद चखने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम में कम से छह खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने पहली बार अपने टेस्ट करियर में शिकस्त झेली है और वे इस हार से काफी निराश हैं।
ऑस्ट्रेलिया के इन छह खिलाड़ियों में तेज गेंदबाज स्टुअर्ट क्लार्क भी शामिल हैं जिन्होंने सच्चे मन से स्वीकार किया है कि उन्हें इस हार से दु:ख पहुँचा है। पर्थ की इस पिच पर पहली बार हार का स्वाद चखने वालों में क्लार्क के अलावा क्रिस रोजर्स, फिल जैक्स, माइकल हसी, एंड्रयू साइमंड्स और मिशेल जानसन शामिल हैं।
क्लार्क के साफगोई से कहा कि विश्व चैम्पियन मेजबान ऑस्ट्रेलिया का भारत से हारना सुखद अनुभव नहीं है।
क्लार्क ने कहा कि यह बहुत ज्यादा दुख की बात है। उन्होंने कहा कि मैं जो काम करता हूँ उसके किसी भी चरण में हारना अच्छा नहीं लगता। हालाँकि हमारा रिकॉर्ड अच्छा है लेकिन हार तो हार ही है। यह बहुत ही खराब लग रहा है।
क्लार्क ने 'द ऐज' अखबार से कहा कि इस शिकस्त से सकारात्मक बात यह निकल कर आती है कि अगर हम सतर्क नहीं रहेंगे तो कोई भी टीम आपको मात दे सकती है।
क्लार्क ने कहा कि यह मेरी पहली हार है और जब भी आप हारते हैं वह चाहे क्रिकेट हो या कुछ और तो आपको निराशा तो होती ही है। हमने आपस में बैठकर यह सुनिचित करने का फैसला किया है कि भविष्य में ऐसा न हो इसके लिए प्रयास किए जाएँ।
भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही टीमें 24 फरवरी से शुरू होने जा रहे चौथे और अंतिम टेस्ट के लिए एडिलेड के लिये रवाना हो रही हैं लेकिन क्लार्क का कहना है कि एडिलेड की पिच भी भारतीय गेंदबाजों की मदद कर सकती है। क्लार्क ने उम्मीद जताई कि ऑस्ट्रेलियाई टीम चौथे टेस्ट में अच्छा खेलेंगी और भारतीयों को 'बैक फुट' पर लाएगी।