‘मेंटर’ की भूमिका से खुश हैं जहीर

मंगलवार, 4 मई 2010 (18:34 IST)
जब जहीर खान ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया तो वे तेज गेंदबाज थे। तेजी और उछाल उनके प्रमुख हथियार थे। दस साल बाद जहीर खान सफल, परिपक्व और निपुण तेज गेंदबाज के रूप में स्थापित हो गए हैं जो परिस्थितियों का अच्छा उपयोग करते हैं।

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इन सबके साथ जहीर पर भारतीय आक्रमण की अगुवाई करने और युवा तेज गेंदबाजों के लिए मेंटर (उस्ताद) की भूमिका निभाने का जिम्मा भी है लेकिन वे अपनी जिम्मेदारी के प्रत्येक पल का भरपूर लुत्फ उठाते हैं।

जहीर ने कहा कि मैं अपने करियर के उस मोड़ पर हूँ, जहाँ अधिक जिम्मेदारी मुझे प्रेरित करती है। किसी भी खिलाड़ी के लिए यह महत्वपूर्ण होता है कि वह आक्रमण की अगुवाई करने के दबाव का लुत्फ उठाए और अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाए। जहीर राष्ट्रीय टीम में युवा तेज गेंदबाजों के लिए मेंटर बनकर खुश हैं। उनकी कोशिश का परिणाम ईशांत शर्मा को 2007-08 में ऑस्ट्रेलिया में मिली सफलता में दिखा था।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 488 विकेट लेने वाले जहीर ने कहा कि सीनियर तेज गेंदबाज के तौर पर मेरी भूमिका बदली नहीं है। यह हमेशा अच्छा होता है कि युवाओं को आप अपने कुछ अनुभव बाँटो और और उनसे भी कुछ सीखो। सीखने की कोई उम्र नहीं होती।

ट्वेंटी-20 क्रिकेट में बारे में उन्होंने कहा कि ट्वेंटी-20 प्रारूप में पहले छह ओवर में काफी अहम होते हैं, क्योंकि तब बल्लेबाज प्रत्येक गेंद पर रन बनाना चाहता है। बल्लेबाजों पर शुरू से ही गेंद को हिट करने का दबाव होता है। यही वजह है कि कप्तान नई चीजें अपनाने की कोशिश करता है।

जहीर ने कहा कि ट्वेंटी-20 प्रारूप में उचित रणनीति बहुत अहम होती है। उन्होंने कहा कि ट्वेंटी-20 में स्पष्ट रणनीति का होना जरूरी होता है। इसमें सब कुछ इतनी तेजी से घटित होता है कि कुछ सोचने के लिए अधिक समय नहीं मिल पाता। मैच खेलने से पहले खेल को लेकर उचित योजना का होना जरूरी है।

जहीर ने कहा कि हमें यह समझने की जरूरत है कि बल्लेबाज की मजबूती क्या है और उसी हिसाब से क्षेत्ररक्षण सजाना होता है। हमने इंडियन प्रीमियर लीग में देखा कि गेंदबाजों ने अलग-अलग तरह से क्षेत्ररक्षण लगाया। जहीर ने कहा बताया कि इससे पहले हम कभी कभार ही मिडविकेट पर क्षेत्ररक्षक देखते थे। अब लगातार ऐसा हो रहा है। बल्लेबाजों पर तेज गति से रन बनाने का दबाव होता है। यही वजह है कि वे जल्दबाजी में शॉट जमाते हैं। गेंदबाज बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने के लिए धीमी गति के बाउंसर का उपयोग कर रहे हैं।

इस तेज गेंदबाज ने खुलासा किया कि ट्वेंटी-20 विश्व कप में आईपीएल जैसा दबाव नहीं है। उन्होंने कहा कि आईपीएल बहुत बड़ा मंच है और आप पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का दबाव होता है। आपके साथ बहुत सारे युवा खिलाड़ी होते हैं और ऐसे में आपकी जिम्मेदारी बढ़ जाती है।

जहीर ने कहा कि कई घरेलू खिलाड़ी खेल रहे होते हैं लेकिन भारतीय टीम के साथ खेलने में ऐसा नहीं है, क्योंकि सभी अनुभवी खिलाड़ी हैं। वे लंबे समय से साथ में खेल रहे हैं और खेल की जरूरत से वाकिफ हैं। यहाँ का माहौल अधिक सहज होता है। (भाषा)

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