शिखर धवन के खराब फॉर्म और रन न बनाने की वजह इन पूर्व खिलाड़ी ने बताई यह...
गुरुवार, 7 मार्च 2019 (19:34 IST)
रांची। भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। वजह...उनके बल्ले का खामोश होने की है। मौजूदा खराब फॉर्म ने उनके लिए विश्व कप में टीम में बने रहने पर भी सवालिया निशान छोड़ दिए हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हालिया सीरीज में शिखर के 'फ्लॉप शो' ने भारतीय टीम को भी परेशानी में डाल रखा है।
उल्लेखनीय है कि शिखर धवन की लंबे समय से चल रही खराब फॉर्म का कारण तकनीक नहीं, बल्कि उनकी मानसिकता को बताया जा रहा है। धवन का वनडे क्रिकेट में ये खराब फॉर्म विदेश से होते हुए अब भारत में भी जारी है। धवन ने एशिया कप में सर्वाधिक रन बनाए थे, लेकिन इसके बाद 15 पारियों में उन्होंने 376 रन बनाए और उनका औसत 26.85 रहा। इस बीच वह केवल दो अर्द्धशतक ही लगा सके।
विश्व कप से पहले अब 3 वनडे मैच ही बाकी हैं और भारतीय टीम चयन में धवन के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। पिछले 5 वनडे मैचों में शिखर धवन का सर्वाधिक स्कोर 28 रन का रहा है और वो टीम इंडिया को लगातार अच्छी शुरुआत देने से चूक रहे हैं। इसका असर भारतीय शीर्ष व मिडिल ऑर्डर पर के बल्लेबाजों पर भी पड़ता हुआ नजर आने लगा है।
पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा कहते हैं कि इस बात से कतई मुकरा नहीं जा सकता कि धवन इस वक्त बहुत खराब दौर से गुजर रहे है, अब उनके पास अपनी बल्लेबाजी में बदलाव लाने के लिए भी ज्यादा समय नहीं बचा है। भारत और ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज भी अब समाप्त होने वाली उसमें भी केवल तीन मैच बचे हैं।
चोपड़ा ने कहा कि शिखर धवन विश्व कप, चैंपियन्स ट्रॉफी, एशिया कप में शानदार रिकॉर्ड रहा है। वह किसी भी समय फॉर्म में वापसी कर सकते है। शायद कम अभ्यास करना भी इसकी एक वजह है। जब ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज चल रही थी, तब वो चाहते तो भारत आकर रणजी ट्रॉफी खेल सकते थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज विजय दहिया का मानना है कि धवन का मसला मानसिकता से जुड़ा है और वह तेजी से रन बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं यह नहीं कहूंगा कि यहां तकनीक बड़ा मसला है क्योंकि उन्होंने जितनी भी बाउंड्री लगाए वह विकेट के सामने से लगाई। भले ही वे ऑफ साइड में नहीं थे लेकिन वे विकेट के पीछे के शॉट नहीं थे।’
दीप दासगुप्ता ने भी शिखर धवन की मानसिकता को भ्रमित बताते हुए कहा कि नागपुर वनडे को ही देख लीजिए। यहां पर शिखर क्रीज पर अपने पैर जमा चुके थे। वे उस गेंद को लांग ऑफ या लांग ऑन पर खेल सकते थे। शिखर अगर पहले दो ओवरों में ही अपना अगला पांव काफी आगे निकालकर कवर ड्राइव खेल रहा है तो आप समझ सकते हैं कि वह अच्छी लय में है लेकिन दुर्भाग्य रहा कि वे जल्दी ही अपना विकेट गंवा बैठे।