नईदिल्ली। राजनीति में क्रिकेट खिलाड़ियों का आना आम बात है। खासकर दक्षिण एशियाई देशों में कई क्रिकेटर राजनीति में भाग्य आजमाने आ जाते हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान तो खुद पाक क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान हैं। भारत में भी सूरत ए हाल कुछ अलग नहीं है। आइए जानते हैं पांच क्रिकेटरों के बारे में जो अभी तक राजनीति में है।
कीर्ति आजाद
हाल ही में भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए सांसद कीर्ति आजाद सन 1983 की विश्वकप विजेता टीम का हिस्सा थे। लंबे समय से भाजपा से वह जुड़े रहे। दिल्ली क्रिकेट बोर्ड के भ्रष्टाचार पर बोलने के कारण आलाकमान उनसे नाराज हुआ। उन्होंने अरुण जेटली की भी काफी आलोचना की जिसके कारण उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। उन्होंने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस का दामन थाम लिया।
नवजोत सिंह सिद्धू
हाल ही में कई सुर्खियों में आए नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब में भाजपा के सिपहसालार हुआ करते थे। उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में अरुण जेटली के लिए सीट खाली की थी। पार्टी से असंतुष्ट नवजोत ने पहले तो आवाज ए पंजाब पार्टी का गठन किया लेकिन फिर कीर्ति की ही तरह उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया। फिलहाल वह कैप्टन अमरिंदर की पंजाब सरकार में मंत्री हैं।
मो अजहरुद्दीन
लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट के कप्तान रहे मो अजहरुद्दीन ने भी राजनीति की पिच पर कुछ हाथ दिखाए। मैच फिक्सिंग प्रकरण के कारण उनका करियर 2001 तक समाप्त हो गया था। इसके बाद उन्होंने साल 2009 में कांग्रेस की सदस्यता ली और उस ही साल मुरादाबाद सीट जीतकर लोकसभा में चुनकर आए। इस साल उन्होंने सिकंदराबाद सीट से लड़ने की चाह रखी है।
गौतम गंभीर
पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी गौतम गंभीर आज भाजपा में शामिल हो गए। केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली और रविशंकर ने उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई। गंभीर दिल्ली की नई दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। भाजपा में शामिल होने के बाद गंभीर ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हो रहा हूं।