खराब गेंदबाजी : इस मैच में टीम इंडिया के गेंदबाजों ने बेहद खराब गेंदबाजी की। कुलदीप को छोड़कर सभी गेंदबाजों की जमकर पिटाई हु्ई। खलील अहमद, हार्दिक पांड्या और कृणाल पांड्या की गेंदों पर कीवी बल्लेबाजों ने आसानी से रन बनाए। न्यूजीलैंड के सभी बल्लेबाजों ने अपनी छोटी-छोटी पारियों से अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसी वजह से न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में 212 रन बना डाले।
खराब फिल्डिंग : भारतीय क्षेत्ररक्षकों ने इस मैच में बेहद खराब क्षेत्ररक्षण किया। मैच में भारतीय फिल्डरों ने 4 कैच छोड़े और कई अतिरिक्त रन दिए। विजय शंकर ने मुनरो का कैच छोड़ दिया। उन्होंने मौके का भरपूर फायदा उठाया और मात्र 40 गेंदों में 72 रन ठोंक डाले। इस दौरान उन्होंने 5 छक्के और 5 चौके लगाएं। अगर उन्हें जल्द आउट कर दिया जाता तो न्यूजीलैंड इस स्कोर तक नहीं पहुंच पाता।
खराब कप्तानी : इस मैच में रोहित ने एक बार फिर खराब कप्तानी की। वे टीम को प्रोत्साहित करने में विफल रहे। अगर रोहित समय रहते गेंदबाजों से बात करते, गेंदबाजी में लगातार बदलाव करते तो मैच में टीम इंडिया की स्थिति ज्यादा मजबूत हो सकती थी।
चहल को बाहर बैठाना : कप्तान रोहित ने कृणाल को इस मैच में खिलाकर फिर बड़ी गलती कर दी। अगर इस मैच में चहल के स्थान पर कृणाल को बाहर किया जाता, तो ज्यादा बेहतर रहता। कुलदीप को पिछले मैच में भी खिलाने की मांग की जा रही थी और उन्होंने अपने प्रदर्शन से इसे साबित भी कर दिया। अगर साथ में चहल होते तो यह जोड़ी इस मैच में भी कमाल कर सकती थी। बहरहाल, टीम को रोहित का कृणाल प्रेम भारी पड़ गया।