भारत को भले ही पहले दो टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा लेकिन कीवी स्पिनर अजाज पटेल का मानना है कि टर्निंग विकेटों पर मेजबान टीम का पलड़ा अब भी भारी है।न्यूजीलैंड ने पहले दो टेस्ट मैच में भारत को खेल के हर विभाग में परास्त किया। विशेषकर स्पिनरों के लिए मददगार पिच पर उसने भारत की तुलना में अच्छा प्रदर्शन किया।
तीसरा और अंतिम टेस्ट मैच यहां वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा और कयास लगाए जा रहे हैं कि यहां भी धीमी गति के गेंदबाजों को मदद पहुंचाने वाली पिच तैयार की जा रही है।
पटेल को उम्मीद है कि उनकी टीम पिछले दो मैच की तरह सभी अच्छे कदम उठाएगी भले ही भारत उनसे बेहतर तरीके से स्पिनरों के लिए मददगार पिच से सामंजस्य बिठा सकता है।पटेल ने न्यूजीलैंड के अभ्यास सत्र के बाद संवाददाताओं से कहा,जब टर्निंग विकेट पर खेलने की बात आती है तो भारत का पलड़ा अब भी हमसे भारी है। भारतीय बल्लेबाज परंपरागत रूप से टर्न लेती पिच पर अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं।
उन्होंने कहा,बेशक उन्हें अभी तक इस श्रृंखला में वैसी सफलता नहीं मिली जैसे वह चाहते थे लेकिन निश्चित तौर पर वह एक ऐसा प्रतिद्वंदी है जिसके खिलाड़ी बेहद कौशल वाले हैं और उनसे पार पाना आसान नहीं है।
पटेल ने कहा,उनके पास बेहद कुशल खिलाड़ी हैं और हमारे स्पिन गेंदबाजों के लिए चीजों पर नियंत्रण रखते हुए उन पर अधिक से अधिक समय तक दबाव बनाए रखना महत्वपूर्ण होगा। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमें खेलने के लिए जैसा भी विकेट मिले हम इस पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।
न्यूजीलैंड ने अभी तक बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में अच्छा प्रदर्शन किया है तथा पटेल का मानना है कि उनकी टीम को अगले मैच में भी अपने बेसिक्स पर कायम रहना होगा।
उन्होंने कहा,यह वास्तव में उन्हें चुनौती देना जारी रखने के बारे में है। एक बल्लेबाज के रूप में जब आप ऐसी गेंद का सामना कर रहे होते हैं जो बहुत ज्यादा टर्न ले रही हो तो उसे खेलना आसान नहीं होता है। इसलिए यह सुनिश्चित करना हमारे ऊपर है कि हम गेंदों को लंबे समय तक सही क्षेत्र में पिच कराएं।
पटेल ने तीन साल पहले यहां एक पारी में 119 रन देकर सभी 10 विकेट हासिल किए थे और इसलिए उनके लिए यह खास मैदान बन गया है।
उन्होंने कहा,मुंबई में वापस आना हमेशा खास होता है और यह ऐसा स्थान है जिसे मैं अपना घर कह सकता हूं। यहां फिर से खेलने का मौका मिलना बेहद खास है। ईमानदारी से कहूं तो सभी 10 विकेट लेने के बाद मुझे यकीन नहीं था कि अपने करियर ने मुझे यहां फिर से दोबारा खेलने का मौका मिलेगा।
पटेल ने कहा,ईमानदारी से कहूं तो मेरी याददाश्त बेहद कमजोर है और इसलिए मैं अच्छी तरह से नहीं जानता हूं कि वह किस तरह की पिच थी। मुझे बस इतना याद है कि वह शुरू से ही सूखी लग रही थी। (भाषा)