मध्यप्रदेश को पहले रणजी खिताब जिताने के सपने को पूरा कर सकते हैं इंदौर के आवेश और वेंकटेश

गुरुवार, 10 फ़रवरी 2022 (21:00 IST)
इंदौर:रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट के लिए पहली बार मध्यप्रदेश के कप्तान बनाए गए आदित्य श्रीवास्तव की आंखों में टीम को पहला रणजी खिताब दिलाने का सपना है। उनका कहना है कि उनकी टीम खिताब जीतने के सामूहिक लक्ष्य के साथ इस प्रतिष्ठित घरेलू स्पर्धा में पूरा जोर लगाएगी।

श्रीवास्तव ने बृहस्पतिवार को कहा,‘‘मैंने 2015 से मध्यप्रदेश के लिए खेलना शुरू किया था। तब से मेरे मन में यही अरमान है कि हम राज्य को उसका पहला रणजी खिताब दिलाएं। मेरे साथी खिलाड़ी भी यही सामूहिक लक्ष्य हासिल करने के इरादे से मैदान पर उतरेंगे।"

28 साल के श्रीवास्तव दायें हाथ से बल्लेबाजी करते हैं और मध्यप्रदेश के लिए 26 प्रथम श्रेणी मैच खेलकर 1,588 रन जड़ चुके हैं जिनमें पांच अर्धशतक तथा छह शतक शामिल हैं।

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उन्होंने कहा कि अनुभवी कोच चंद्रकांत पंडित के मार्गदर्शन में उनकी टीम रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट के लिए एकदम तैयार है और टीम का हर सदस्य जीत के लिए स्पर्धा में अपनी बेहतरीन भूमिका निभाने को बेताब है।

श्रीवास्तव ने कहा कि उनकी टीम इस स्पर्धा के तीनों लीग मैचों को “नॉक आउट” मुकाबले मानकर मैदान पर उतरेगी और दबाव के पलों में बिखरने के बजाय निखरने की पूरी कोशिश करेगी।

इंदौर, मध्यप्रदेश के दो प्रतिभावान क्रिकेटर-आवेश खान और वेंकटेश अय्यर वेस्टइंडीज के जारी भारत दौरे के लिए चुनी गई भारतीय टीम में शामिल होने के कारण राज्य की मौजूदा रणजी टीम में नहीं हैं।यह पूछे जाने पर कि क्या मध्यप्रदेश को रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट में दोनों क्रिकेटरों की कमी खलेगी, कप्तान श्रीवास्तव ने कहा,‘‘दोनों खिलाड़ी हमारे लिए बेहद उपयोगी रहे हैं। हालांकि, टीम में उनके मजबूत विकल्प मौजूद हैं।"

उन्होंने संभावना जताई कि मध्यप्रदेश का पहला रणजी मुकाबला निपटने के बाद खान और अय्यर राज्य की टीम में वापसी कर सकते हैं।अगर ऐसा होता है तो मध्यप्रदेश टीम के लिए राहत की बात होगी।

आईपीएल में अय्यर ने नाइट राइडर्स के लिए 370 रन बनाने के अलावा तीन विकेट भी चटकाए जिससे वह राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने की दौड़ में शामिल हुए। उन्हें हार्दिक पंड्या का विकल्प माना जा रहा है जो गेंदबाजी करने के लिए फिट नहीं हैं। रणजी ट्रॉफी में मध्य प्रदेश के लिए छह अर्धशतक जड़ने के अलावा सात विकेट चटकाने वाले अय्यर ने कहा कि उन्हें यहां तक पहुंचाने में सिर्फ आईपीएल की ही भूमिका नहीं रही।

24 वर्षीय तेज गेंदबाज ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अमय खुरासिया, चंद्रकांत पंडित, देवेंद्र बुंदेला और अब्बास अली जैसे पूर्व क्रिकेटरों को दिया जिन्होंने उनकी काबिलियत को पहचाना और मार्गदर्शन के जरिये इसे तराशा।आवेश खान ने आईपीएल 2021 में सिर्फ पर्पल कैप होल्डर हर्षल पटेल से कम विकेट निकाले थे

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश और गुजरात के बीच यह रणजी मैच 17 से 20 फरवरी के बीच खेला जाना है और वेस्टइंडीज का भारत दौरा भी 20 फरवरी को ही खत्म हो रहा है।

रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट में मध्यप्रदेश का दूसरा मुकाबला 24 से 27 फरवरी के बीच मेघालय से होगा, जबकि तीन से छह मार्च के बीच मध्यप्रदेश और केरल की टीमें आमने-सामने होंगी। तीनों मैच राजकोट में खेले जाएंगे।

गौरतलब है कि इंदौर की तत्कालीन होलकर टीम ने 1940-41 से 1954-55 के बीच चार बार रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट जीता था। लेकिन भारतीय राज्य के रूप में एक नवंबर 1956 को वजूद में आने के बाद मध्यप्रदेश, रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट का खिताब एक बार भी नहीं जीत सका है। वर्ष 1998-1999 के रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में कर्नाटक से हारकर मध्यप्रदेश इस प्रतियोगिता का उपविजेता रहा था। यह इस प्रतिष्ठित घरेलू टूर्नामेंट में मध्यप्रदेश का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

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