मेलबोर्न। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 26 दिसम्बर से शुरू होने वाले तीसरे बॉक्सिंग-डे टेस्ट में 7 साल के आर्ची शिलर को उनके जीवन का सबसे बड़ा सपना पूरा करने का मौका मिलेगा, जब वह मेजबान टीम के सह कप्तान की भूमिका में मैदान पर उतरेगा।
यारा पार्क में पेन ने इसकी घोषणा भी की थी, जिस दिन शिलर 7 वर्ष का हुआ था। पेन ने कहा, 'हमें खुशी है कि शिलर हमारे साथ टीम का हिस्सा होगा और बॉक्सिंग-डे टेस्ट में पदार्पण करने उतरेगा। दरअसल शिलर 3 महीने की उम्र से ही दिल की बीमारी से जूझ रहा है और ठीक से सांस लेने में भी सक्षम नहीं हैं। इस गंभीर बीमारी के कारण वह 13 सर्जरी की पीड़ा को झेल चुका है।
शिलर की मां साराह ने कहा, हम जानते हैं कि शिलर गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं और हम उसके जीवन के हर दिन को खास बनाने की कोशिश करते हैं। शिलर बीमारी के कारण स्कूल नहीं जा पाता था, जिससे उनके दोस्त नहीं बन सके, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी करना उनका बचपन का सपना था।
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पेन ने बताया कि टीम प्रबंधन ने शिलर का सपना पूरा करने के लिए यह कदम उठाया है। उन्होंने कहा, 'शिलर जीवन में मुश्किल स्थिति से गुजरा है। उसके पिता ने उससे पूछा था कि वह क्या करना चाहता है तो उसने ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी करने की इच्छा जताई थी और शिलर जैसे किसी खिलाड़ी का टीम में होना हमारे लिए प्रेरणादायक होगा। हमें उसके पदार्पण मैच का इंतजार है।'