यह राशि 17,000 रुपए से कुछ ज्यादा है। हसन ने कहा, ‘पुरुष खिलाड़ियों की तरह ज्यादातर महिला क्रिकेटर भी घरेलू प्रतियोगिताओं की कमाई पर निर्भर रहती हैं। इसके अलावा हमने महिला खिलाड़ियों के लिए कुछ ट्रेनिंग शिविर लगाए थे लेकिन कोविड-19 के कारण उन्हें भी रोकना पड़ा।’