बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा, 'बोर्ड ने सत्र 2015-16 से लेकर 2018-19 तक के घरेलू और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के प्रायोजन के लिए टेंडर आमंत्रित किए हैं। विज्ञप्ति में प्रायोजकों के लिए टाइटल का लोगो, सीरीज के दौरान स्टेडियम में मौजूदगी जैसे प्रस्ताव दिए गए हैं।'
घरेलू मैचों में रणजी ट्रॉफी, ईरानी कप, दलीप ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी और डीबी देवधर ट्रॉफी के साथ ही अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट भी शामिल रहेंगे।
पूर्व प्रायोजक माइक्रोमैक्स इंर्फोंमेटिक्स ने अक्टूबर 2014 से अप्रैल 2015 के बीच प्रत्येक मैच के हिसाब से दो करोड़ रूपयों का भुगतान किया था। इससे पहले देश की सबसे बड़ी टेलीकाम कंपनी भारती एयरटेल ने वर्ष 2010 से 2013 के बीच तीन वर्षों के दौरान खेले गए 50 मैचो में तीन करोड़ 33 लाख प्रत्येक मैच के हिसाब से कुल 165 करोड़ रूपयों का भुगतान किया था।