बोर्ड ने सत्र की शुरुआत में ही राज्य संघों को सूचित कर दिया था कि 2018-19 सत्र से यदि कोई क्रिकेटर अपने जन्म प्रमाणपत्र से छेड़छाड़ करने का दोषी पाया जाता है तो उसे दो सत्रों 2018-19 और 2019-20 में बीसीसीआई टूर्नामेंटों में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। (वार्ता)